नई दिल्ली/हैदराबाद। एआईएमआईएम के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती नज़र आ रही हैं। ओवैसी के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। ओवैसी ने गिरफ्तार किए गए आईएस के कथित पांच संदिग्धों को कानूनी मदद देने की बात कही थी, जिसके बाद उनपर ये मामला दर्ज हुआ है। एक वकील की शिकायत पर स्थानीय अदालत ने यह आदेश जारी किया था। बता दें कि इससे पहले ओवैसी की पार्टी को महाराष्ट्र में बैन कर दिया गया था।
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा था
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए पांच संदिग्ध आईएस आतंकियों को उनकी पार्टी की तरफ से कानूनी मदद मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा था कि इस मामले में वो एक सीनियर वकील से राय ले रहे हैं। हैदराबाद की मक्का मस्जिद में ओवैसी ने कहा था कि गिरफ्तार किए गए लोगों के परिजन उनके पास अपनी फ़रियाद लेकर आए थे।
Asaduddin Owaisi ने कहा था कि मेरी पार्टी उन लोगों को कानूनी मदद जरूर करेगी। मैंने उनके परिजनो से वादा किया है। इसके लिए मैंने नामपल्ली के सीनियर क्रिमिनल लॉयर अब्दुल अजीम से सलाह ली है। ओवैसी ने साफ किया था कि वो आतंकवाद का समर्थन नहीं करते लेकिन केंद्र की ओर से इस मामले में में दोहरा रवैया अपनाने से निराश हैं। मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस हो या अजमेर ब्लास्ट केस, किसी भी मामले में केंद्र सरकार का स्पष्ट रुख अभी तक सामने नहीं आया।