दिल्ली में अवैध निर्माण के खिलाफ साउथ एमसीडी की मुहिम बदस्तूर जारी है. दिवाली से पहले अवैध निर्माण के खिलाफ निगम की कार्रवाई और भी तेज हो गई है. गुरुवार को साउथ एमसीडी के बिल्डिंग विभाग ने कटवारिया सराय और घिटोरनी इलाकों में अवैध निर्माण के खिलाफ मुहिम चलाई और अवैध रूप से बनी चार संपत्तियों को पूरी तरह ढहा दिया.अभी-अभी: योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, यूपी में 11 डीएम समेत 35 आईएएस अफसरों का किया तबादला
अवैध निर्माण को ढहाते समय इस बात का ध्यान रखा गया है कि इमारत दोबारा किसी के इस्तेमाल लायक ना रहे. निगम के मुताबिक इससे बिल्डर माफिया लोगों को बेवकूफ नहीं बना पाएंगे. आपको बता दें कि साउथ एमसीडी ने कोर्ट के आदेश के बाद इस साल अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है. निगम के मुताबिक बिल्डर लोगों को बेवकूफ बना कर उन्हे अवैध रूप से बनाए गए फ्लैट बेच देते थे. खरीददार को उसके फ्लैट के अवैध रूप से बने होने का पता तब चलता जब उसके पीस एमसीडी से सीलिंग या अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस आता. इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार एमसीडी ऐसे अवैध निर्माणों को तोड़ कर उसकी बिजली और पानी का कनेक्शन कटवा रहे हैं. ताकि बिल्डर वहां दोबारा निर्माण ना कर सकें.
निगम ने इसके साथ ही लोगों को सलाह दी है कोई भी निर्माण करने से पहले उसका नक्शा मंजूर करा लें. नक्शा मंजूरी की प्रक्रिया पहले से बहुत आसान कर दी गई है. दस्तावेजों की संख्या भी बहुत कम कर दी गई है. इसके साथ ही सारी प्रक्रिया ऑनलाइन है और दफ्तरों में आए बगैर नक्शे की मंजूरी 10 दिन से पहले मिलने लगी है. इसके अलावा संपत्ति खरीदने से पहले खरीददार साउथ एमसीडी की वेबसाइट से बुक की गई अवैध संपत्तियों की जानकारी भी ले सकते हैं.
यहां आपको बता दें कि निगम के साउथ जोन ने खिड़की एक्सटेंशन, मालवीय नगर, किशनगढ़, छतरपुर, घिटोरनी, राजपुर खुर्द, सैनिक फार्म, शाहपुर जाट, वसंत कुंज, सैद उल जाब, मुनिरका, खानपुर और ग्रीन पार्क में जून से लेकर अब तक सैंकड़ों की संख्या में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया है.