सेंट्रल गर्वनमेंट ने अल्पसंख्यक समुदाय के स्टूडेंट्स को मेडिकल समेत हायर एजुकेशन दिलाने के लिए पांच नई यूनिवर्सिटी ओपेन करने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी गुरुवार को केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने दी है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री ने बताया, ‘हम पांच विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय खोलना चाहते हैं जहां अल्पसंख्यकों को सशक्त बनाने के लिए चिकित्सा और कौशल विकास समेत उच्चतर शिक्षा की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।’
अल्पसंख्यक समुदाय को केंद्र सरकार का गिफ्ट
उन्होंने कहा कि इस विश्व स्तरीय संस्थानों में लड़कियों को 40 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वहां अल्पसंख्यक समुदाय के अलावा अन्य समुदाय के छात्र भी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की जनरल बॉडी की मीटिंग की अध्यक्षता करने के बाद मुख़्तार अब्बास नकवी इस बात का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और झारखंड में 16 गुरुकुल जैसे स्कूलों को मंजूरी दी है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या यूनिवर्सिटीज को माइनॉरिटी टैग मिलेगा तो नकवी ने कहा, ‘कमिटी इस पर विस्तार से कम करेगी और फैसला लेगी। अल्पसंख्यक समुदाय के अलावा अन्य समुदाय के छात्र भी वहां पढ़ सकेंगे। हम लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए 40 फीसदी कोटा देंगे। यह धर्म के आधार पर नहीं होगा।’ मंत्रालय ने यूनिवर्सिटी के अलावा देश भर में ‘गरीब नवाज कौशल विकास केंद्र’ खोलने की योजना बनाई है। मीटिंग में छात्राओं को ‘बेगम हजरत महल’ स्कॉलरशिप देने का फैसला भी किया गया। इसके अलावा मदरसा में पढ़ने वाले छात्रों को भी स्कॉलरशिप दी जाएगी।