उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के लिए सिस्टम को इन्फॉर्म करने की जरूरत। उन्होंने कहा कि देश को आगे ले जाना है तो हर किसी के अंदर देश के विकास में मिलजुल कर काम करने की इच्छा शक्ति दिखनी चाहिए। वे शुक्रवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित इकोनामिक एसोसिएशन के 102 वां वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।

उपराष्ट्रपति ने कहा आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रशासन और अनुशासन जरूरी है। प्रशासन को केंद्रीकृत होना चाहिए, जबकि विकास विकेंद्रित होना चाहिए। अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सार्वभौमिक रूप से सोचना जरूरी है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले सालों में सरकारों ने भी अर्थव्यवस्था के लिए विकास के लिए तेज प्रयास किए हंै। जनता को भी अर्थव्यवस्था बढ़ाने के लिए अपना सहयोग करना चाहिए। सामूहिक सहयोग और इच्छाशक्ति की बदौलत हम अपनी अर्थव्यवथा को ऊंचाई पर ले जा सकते हैं।
अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ आए उपराष्ट्रपति नायडू आज इकोनामिक एसोसिएशन के वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने के अलावा ओडिशा के बलांगीर जाने वाले थे, लेकिन मौसम में खराबी की वजह से वे वहां नहीं जा सके। शाम को वे वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
इस कॉन्फ्रेंस में देश के कई अर्थशास्त्रियों ने हिस्सा लिया और भारत की वर्तमान आर्थिक स्थिति पर चिंतन किया। उनका कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था आयात आधारित अर्थव्यवस्था नहीं है। रुपये के गिरने का भी फायदा अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भारत को नहीं मिल रहा है।
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