अमेरिका में भारतवंशी सीमा नंदा ने देश के मुख्य विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी का सीईओ पद संभाल लिया है। कनेक्टिकट में पली-बढ़ीं सीमा अमेरिका में किसी प्रमुख राजनीतिक दल का सीईओ बनने वाली पहली भारतवंशी हैं। उनकी नियुक्ति अमेरिकी राजनीति में भारतवंशियों खासतौर पर महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। इसे अमेरिकी सियासत में भारतीयों के बढ़ते प्रभाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
सीमा ने गत 23 जुलाई को ही यह जिम्मेदारी संभाल ली थी।
वह अमेरिका के मुख्य विपक्षी दल की प्रभावशाली डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी (डीएनसी) के रोजमर्रा के कामकाज का संचालन करेंगी। नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन उनकी पहली परीक्षा होगा। डेंटिस्ट (दंत चिकित्सक) माता-पिता की संतान सीमा ने अपनी पढ़ाई बोस्टन कॉलेज लॉ स्कूल और ब्राउन यूनिवर्सिटी से पूरी की है।
नई जिम्मेदारी मिलने पर सीमा ने कहा, “हमें देश की आत्मा यानी लोकतंत्र और अवसरों के लिए लड़ना है। देश के हर कोने में डेमोक्रेटिक पार्टी को जिताने में मदद करना मेरी जिम्मेदारी है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह तो स्पष्ट हो गया है कि देश की गाड़ी को फिर से पटरी पर लाने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का सत्ता में लौटना जरूरी है।”
सीमा इससे पहले न्याय विभाग में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। वह पूर्व श्रम मंत्री टॉम पेरेज के चीफ ऑफ स्टॉफ के रूप में भी काम कर चुकी हैं। अपनी जिम्मेदारी को लेकर गौरवान्वित सीमा ने कहा, “इस पार्टी का सहयोग करने का मतलब बच्चों का भविष्य बनाना है। मैं नौजवानों के लिए निष्पक्ष और उज्जवल भविष्य वाला अमेरिका बनाने का वादा करती हूं।”