वॉशिंगटन: महात्मा गांधी का लिखा हुआ एक दुर्लभ पत्र नीलाम होने जा रहा है. गुरुवार से इस बिक्री के लिए रखा गया है और इसे 50 हजार डॉलर (32 लाख 61 हजार रुपए ) चुकाने वाला इसे हासिल कर सकता है. यह लेटर फैंट स्याही से टाइप किया गया है और इसमें गांधी के सिग्नेचर अंग्रेजी में है. गांधी ने 1926 में इसे एक ईसाई धर्मगुरु मिल्टन न्यूबेरी फ्रैन्ट्ज को यह पत्र लिखा था. इसमें गांधी ने ईसाई धर्म के केंद्रीय चरित्र जीजस क्राइस्ट की प्रशंसा की गई है. राब कलेक्शन के मुताबिक, इस ऐतिहासिक दस्तावेज को डीलर ने सेल लगाई है क्योंकि गांधीजी का ऐसा अकेला पत्र हैं, जिसमें जीजस की चर्चा की गई है.
गांधीजी ने पत्र में ये लिखा है
गांधीजी ने पत्र में लिखा है, ‘ मैं इस विश्वास से बाहर नहीं जा सका कि जीजस मानवता के एक महान शिक्षक थे.’ गांधी ने लिखा, क्या आप नहीं सोचते हैं कि धार्मिक एकता एक सामान्य पंथ के लिए एक मैकेनिकल सदस्यता द्वारा नहीं बल्कि प्रत्येक के पंथ का सम्मान करने के लिए है?’
क्या है इस पत्र में खास
इस पत्र को क्या खास बनाता है, इस बारे में राब ने कहा, ‘ गांधी ने अन्य धर्मों के सम्मान की बात कही. मैं सोचता हूं कि उनका सहनशीलता का संदेश, न केवल उनकी अनुभूति का संदेश देता है, यह अब वैसे ही महत्वपूर्ण है, जैसा पहले.’