वाशिंगटन, चीन और ताइवान के बीच इन दिनों तनाव की स्थिति चल रही है। इस बीच अमेरिका ने ताइवान की मदद करते हुए कोरोना की मॉडर्ना वैक्सीन की 2.5 मिलियन यानी 25 लाख और डोज भेजने का वादा किया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने ट्वीट किया कि ताइवान को कोरोना वैक्सीन की 25 लाख खुराक भेजी जा रही हैं। उधर, बताया जा रहा है कि ताइवान ने चीन की तरफ से कोरोना वैक्सीन भेजने की पेशकश को ठुकरा दिया है।
नेड प्राइस ने कहा, ‘COVID-19 को हराने में दुनिया की मदद करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन की प्रतिबद्धता का समर्थन करने पर विदेश विभाग को गर्व है।’ इससे पहले, अमेरिका ने ताइवान को 750, 000 खुराक देने का वादा किया था, लेकिन बाइडन प्रशासन द्वारा दुनिया भर में और अधिक खुराक भेजने के लिए प्रतिबद्ध होने के बाद डोज संख्या में वृद्धि हुई।
द हिल ने बताया कि चीन भी ताइवान को कोरोना वैक्सीन भेजने की कोशिश कर चुका है लेकिन ताइवान ने सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए मदद लेने से इनकार कर दिया है। दोनों देशों के बीच पहले ही तनाव की स्थिति है।
गौरतलब है कि चीन और ताइवान में इन दिनों तनाव काफी बढ़ गया है। चीन की तरफ से लगातार ताइवान में घुसपैठ हो रही है। पिछले दिनों में कई बार चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान में प्रवेश किया है। हाल ही में चीन ने दर्जनों लड़ाकू विमान भेजे थे। चीन का दावा है कि ताइवान उसके क्षेत्र का हिस्सा है। ब्रिटेन में हुए जी-7 देशों की बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया था और चीन से इस मामले को शांति से सुलझाने के लिए कहा गया था। इस दौरान जी-7 नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर कई मुद्दों पर चीन की आलोचना भी की थी।
ताइवान ने हाल के महीनों में द्वीप के पास चीन की वायु सेना द्वारा दोहराए गए मिशनों की शिकायत की है, जो ताइवान-नियंत्रित प्रतास द्वीप समूह के पास अपने वायु रक्षा क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी भाग में केंद्रित है।