वाशिंगटनः अमेरिका में कोविड -19 के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं. अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट के केस पूरे अमेरिका में सामने आ रहे हैं. संक्रमण के मामले अमेरिका के उन राज्यों में ज्यादा आ रहे हैं, जहां टीकाकरण की दर कम है. यानी जहां वैक्सीन कम लगी, वहां कोरोना की मार पड़ रही है.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के नए आंकड़ों के अनुसार, औसत से कम वैक्सीनेशन रेट वाले अमेरिकी राज्यों में नए कोविड -19 मामलों की दर औसत से अधिक वैक्सीनेशन रेट वाले राज्यों की तुलना में लगभग तिगुनी है. आंकड़ों के अनुसार रविवार तक टीकाकरण की कम दर वाले राज्यों में पिछले सप्ताह में एक लाख लोगों पर औसतन 6 नए मामले सामने आए. वहीं, हाई टीकाकरण दर वाले राज्यों ने पिछले सप्ताह में रोजाना प्रति एक लाख लोगों पर औसतन 2.2 नए मामले दर्ज किए.
जहां कम टीकाकरण, वहां ज्यादा नए मामले सामने आए
दर वालेअमेरिकी राज्य अरकांसस में 35 फीसदी से कम लोगों को फुली वैक्सीनेट किया गया है. जॉन्स हॉपकिन्स के आंकड़ों के अनुसार यहां पिछले सप्ताह में प्रति एक लाख लोगों पर हर दिन औसतन 16 नए मामले सामने आए. यह नए मामलों की अमेरिका की दर से लगभग पांच गुना अधिक हैं. अरकांसस उन 10 राज्यों में से एक है जहां पहले की तुलना में नए मामलों की दर पिछले सप्ताह में 25 फीसदी से अधिक बढ़ी है.
वहीं, दूसरी ओर वर्मोंट राज्य में टीकाकरण दर सबसे ज्यादा है. यहां 66 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दी चुकी हैं. जॉन्स हॉपकिन्स के अनुसार, वर्मोंट में नए कोविड -19 मामलों की दर भी सबसे कम है. पिछले सप्ताह में प्रत्येक दिन प्रति एक लाख लोगों पर 1 से कम. यह इससे पहले सप्ताह की तुलना में लगभग 16% कम है. यानी कम टीकाकरण वाली जगहों पर ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.
युवा टीकाकरण के प्रति लापरवाह
जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में मेडिसिन और सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. जोनाथन रेनर ने कहा कि दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम और मिडवेस्ट के कुछ हिस्सों में मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा “लोग तब तक मरते रहेंगे जब तक हम सभी को टीका नहीं लगाते.” उन्होंने कहा कि युवा टीकाकरण को लेकर लापरवाह हैं लेकिन उन्हें जल्द वैक्सीन लगवानी चाहिए.