मुंबई में आयोजित WeTheWomen इवेंट के दौरान बॉलीवुड इंडस्ट्री और राजनीति के कई दिग्गज दर्शकों से रूबरू हुए. इस दौरान फिल्ममेकर करण जौहर, एकता कपूर और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दर्शकों के कई सवालों के जवाब दिए. बातचीत में देश की मौजूदा राजनीति का शिकार हो रहीं बॉलीवुड फिल्मों पर भी सवाल उठा. स्मृति ईरानी ने इसे पूरी तरह से खारिज किया.
दरअसल, स्मृति ईरानी से किसी ऑडियंस ने पूछा, फिल्मों को क्यों टारगेट बनाया जाता है? आर्टिस्टिक फिल्मों को राजनीति के तहत दबाया जाता है? क्या आर्टिस्टिक फ्रीडम होगी?. जवाब में स्मृति ने कहा, ‘चुनाव के दौरान ही क्यों ये प्रश्न उठता है. क्या हम लोग एक फिल्म के पीआर तो नहीं बन गए हैं. मैं प्रसून जोशी के काम से खुश हूं. वह काफी अच्छा काम कर रहे हैं. एक नागरिक के तौर पर हमें चाहिए कि हम कानून के दायरे में ही काम करें.’
तो क्या पद्मावती पर मेकर्स ने किया पीआर स्टंट ?
फिल्मों में सरकारी हस्तक्षेप को खारिज करते हुए स्मृति ने कहा, ‘अगर ऐसा होता तो केजरीवाल की फिल्म क्यों पास करते. अरविंद केजरीवाल पर फिल्म रिलीज हुई. इसी सरकार में रिलीज हुई. ये पिछली सरकार में नहीं हो पाई थी. इस पर राजनीतिक फायदा नहीं होता, इसलिए चर्चा नहीं होती.’ स्मृति बोलीं, ‘हमारी सरकार ने कुछ गलत नहीं किया. अगर मैं इस मामले पर सार्वजनिक तौर पर कुछ बोलूंगी तो ना ही मुझे और ना ही सेंसर बोर्ड को, लेकिन जिसने ये पीआर स्टंट किया है उसे चोट पहुंचेगी.’ स्मृति ने कहा, करण, एकता या मैं इंडस्ट्री से हैं. अब मैं मंत्रालय में हूं. हम जानते फिल्मों के पीआर के लिए किस किस तरह के हथकंडे अपनाए जाते रहे हें.
इस कार्यक्रम के दौरान स्मृति ने फिल्मों को रिलीज ना किए जाने पर सरकार की मंशा और वजह तो बता ही दी. इसके अलावा भी उन्होंने कई मजेदार बातें शेयर की.
स्मृति ने शेयर किया ‘तुलसी’ के जेल जाने को किस्सा
इस कार्यक्रम के दौरान स्मृति अपनी जिंदगी से जुड़ा एक मजेदार वाकया शेयर किया. स्मृति ने बताया कि जब वह एक बार मुलुंद में तीन-चार घंटे के लिए धरना दे रही थीं. तभी उन्हें पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया और थाने ले गए. स्मृति ने बताया कि जब वह अरेस्ट हुईं तो वहां पुलिस वालों की पत्नियां पहुंच गईं और बोलीं, तुलसी को जेल में क्यों डाला?
बता दें कि स्मृति ईरानी टीवी के सबसे मशहूर सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी के किरदार तुलसी से बेहद फेमस हुईं थीं.
एकता कपूर ने स्मृति ईरानी के मिनिस्टर बनने पर पहले रिएक्शन का खुलासा किया. एकता कपूर ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने कहा- ‘ओह मॉय गॉड.’ इस किस्से को शेयर करते हुए पता चला कि जैसे ही एकता ने फोन किया और कहा- तो आज से हम फिल्म और टेलीविजन के बारे में बात करना बंद कर देंगे. और स्मृति ने कहा-हां.’ इसके बाद एकता ने कहा कि स्मृति उनके लिए आज फ्रेंड की तरह हैं. और . जैसे कि कहा जाता है कि महिलाएं महिलाओं को ही नीचा दिखाती हैं, ये सही नहीं हैं. हम एक दूसरे को आगे बढ़ाते हैं और एक दूसरे के लिए हमारे दिल में बहुत सम्मान है.
यही नहीं स्मृति ईरानी से जब करण जौहर ने पूछा, ‘मेनस्ट्रीम मीडिया में आप किससे प्रभावित हैं?’, स्मृति जवाब में बोलीं, ‘मुझे नहीं पता आपने उनके बारे में सुना है या नहीं, वह मेन स्ट्रीम मीडिया का हिस्सा नहीं हैं, और ना ही हमेशा हमारे साथ वह सहमत होती हैं लेकिन वह अर्थव्यवस्था पर बेहतरीन टिप्पणी करती हैं, वो हैं रूपा सुब्रमण्या.