केंद्र सरकार ने बुधवार को नए साल से एनएससी और पीपीएफ समेत छोटी बचत योजनाओं के ब्याज में कमी का एलान किया है। ब्याज दरों में 0.2 फीसदी की कटौती का फैसला जनवरी से मार्च की अवधि के दौरान लागू होगा। यह कदम बैंकों को कम जमा दरों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है।
वित्त मंत्रालय से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि वरिष्ठ नागरिकों की पांच वर्षीय बचत योजनाओं पर ब्याज दर 8.3 फीसदी ही रहेगी। इनकी योजनाओं पर त्रैमासिक ब्याज दिया जाता है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी), सुकन्या समृद्धि खाता, किसान विकास पत्र (केवीपी) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) जैसी योजनाओं के लिए ब्याज दरों में कमी की गई है। हालांकि बैंक खातों के सेविंग अकाउंट पर 4 फीसदी वार्षिक दर बनी रहेगी। पिछले साल अप्रैल से सभी छोटी बचत योजनाओं पर त्रैमासिक आधार पर बदलाव हो रहा है।
अधिसूचना के अनुसार, पीपीएफ और एनएससी पर 7.6, केवीपी पर 7.3 फीसदी ब्याज मिलेगा। सुकन्या समृद्धि खाते पर अब ब्याज दर 8.3 फीसदी से घटकर 8.1 फीसदी रह जाएगी। एक से पांच साल तक के टर्म डिपोजिट पर ब्याज दर 6.6 से 7.4 फीसदी और पांच वर्षीय रिकरिंग डिपोजिट पर 6.9 फीसदी ब्याज दर रहेगी। इनमें ब्याज का भुगतान त्रैमासिक होता है।