जांच का दायरा बढ़ाना पड़े तो संकोच नहीं
इस दौरान कोर्ट ने हरियाणा सरकार से पूछा कि पंचकूला में इतने बड़े स्तर पर हिंसा हुई। इस मामले में साजिश होने की बात भी सामने आ रही है। कोर्ट को बताया गया था कि राम रहीम के कक्ष की खिड़की गर्ल्स हॉस्टल की तरफ खुलती थी। ऐसे में किन कारणों से इस मामले में दर्ज एफआईआर से राम रहीम को दूर रखा गया है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और कुछ तथ्य नए भी सामने आ रहे हैं। ऐेसे में जांच का दायरा बढ़ाना पड़े तो संकोच न हो।
इस दौरान कोर्ट ने हरियाणा सरकार से पूछा कि पंचकूला में इतने बड़े स्तर पर हिंसा हुई। इस मामले में साजिश होने की बात भी सामने आ रही है। कोर्ट को बताया गया था कि राम रहीम के कक्ष की खिड़की गर्ल्स हॉस्टल की तरफ खुलती थी। ऐसे में किन कारणों से इस मामले में दर्ज एफआईआर से राम रहीम को दूर रखा गया है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और कुछ तथ्य नए भी सामने आ रहे हैं। ऐेसे में जांच का दायरा बढ़ाना पड़े तो संकोच न हो।
समर्थकों की पहल पर अंबाला में तैयार हुआ था कुर्बानी गैंग
राम रहीम को बचाने के लिए कुर्बानी गैंग तैयार किया गया था। हरियाणा सरकार ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि कुरुक्षेत्र के झांसा निवासी जोगिंदर सिंह व पिपली निवासी संदीप की पहल पर यह गैंग अंबाला में तैयार किया गया था। डेरा प्रमुख के लिए कुर्बानी गैंग तैयार होने की बात पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सामने रखी गई थी। इस दौरान बताया गया था कि डेरा प्रमुख के लिए खुद को कुर्बान कर देने या आग लगा लेने वाले लोग तैयार किए जा रहे थे।
राम रहीम को बचाने के लिए कुर्बानी गैंग तैयार किया गया था। हरियाणा सरकार ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि कुरुक्षेत्र के झांसा निवासी जोगिंदर सिंह व पिपली निवासी संदीप की पहल पर यह गैंग अंबाला में तैयार किया गया था। डेरा प्रमुख के लिए कुर्बानी गैंग तैयार होने की बात पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सामने रखी गई थी। इस दौरान बताया गया था कि डेरा प्रमुख के लिए खुद को कुर्बान कर देने या आग लगा लेने वाले लोग तैयार किए जा रहे थे।
इस बारे में हाईकोर्ट में हरियाणा सरकार ने विस्तृत जानकारी पेश की। कोर्ट को बताया गया कि जांच में कुर्बानी गैंग होने की बात सच साबित हुई है। कुर्बानी गैंग अंबाला में बनाया गया था जिसका गठन जोगिन्दर सिंह और संदीप की पहल पर किया गया था। गैंग बड़ा हंगामा करने की तैयारी में था और इसके लिए डेरा समर्थकों से 52 लाख एकत्रित किए गए थे। इस राशि का इस्तेमाल कर विस्फोटक व अन्य आपत्तिजनक वस्तुए खरीदी गई थी।