साध्वी रेप केस में सजा काट रहे राम रहीम का एक नया सच सामने आया है। वहीं पता चला है कि डेरा सच्चा सौदा में एक आयोजन होने जा रहा है, जानिए क्या?
गुरमीत राम रहीम सुनारिया जेल से ही डेरा सच्चा सौदा सिरसा का संचालन कर रहा है। डेरामुखी ने डेरे का किसी को गद्दीनशीन नहीं बनाया है। इस कारण परिवार के लोग और डेरे की संचालिका विपसना समय-समय पर गुरमीत से मुलाकात होती है। सीबीआई की अदालत से दोषी किए जाने के बाद पहली बार डेरे में 13 से 15 दिसंबर तक शाह सतनाम अस्पताल में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इसकी तैयारियों को लेकर गुरमीत की मां ने पोता-पोती के साथ सोमवार को 20 मिनट तक राम रहीम से चर्चा की है। 25 अगस्त से राम रहीम सुनारिया जेल में बंद है। पंचकूला में हुई हिंसा के बाद राम रहीम की पोल खुल गई। डेरे की सघन जांच के बाद सन्नाटा पसर गया था। प्रशासन की ओर से वहां पर आने-जाने वालों पर नजर है।
राम रहीम की मां नसीब कौर ने बेटे से मिल कर पोते चरणजीत को गद्दी पर बैठाना चाहती थी। जिस पर राम रहीम की स्वीकृति नहीं मिली और डेरामुखी के पद पर है। डेरे से संबधित कोई बात होती है तो परिवार के लोग या डेरा संचालिका विपसना जेल आती हैं। राम रहीम से मिलती है। उसकी राय के बाद अगला कदम उठाया जाता है। डेरे पर लगे ग्रहण के बाद पहली बार उससे जुड़े लोगों को राम रहीम के गुरु शाह सतनाम के नाम पर डेरे में बुलाया जा रहा है।
राम रहीम के गुरु शाह सतनाम की अस्पताल में 26वीं स्वास्थ्य शिविर कैंप का आयोजन हो रहा है। डेरे की पहचान ब्लड डोनेशन कैंप से है। डेरे से जुड़े लोगों को गुरु के नाम पर बुलाया गया है। जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी है। जिस मामले पर परिवार वालों ने चर्चा की। मुलाकात के दौरान मां नसीब कौर, बेटा चरणजीत, बेटी जसबीर कौर व दामाद रूह-ए-मीत मौजूद रहे।
दोपहर दो बजकर 40 मिनट पर राम रहीम का परिवार सुनारिया पहुंचा। 20 मिनट तक मुलाकात हुई। एक घंटे तक परिवार के लोग परिसर में रहे। बाद में सिरसा की ओर वापस चले गए। इस दौरान चारों लोगों ने अलग-अलग बात की। सवा दो माह बाद मां से मिलने के बाद वह भावुक दिखा। माना जा रहा है कि उसकी मां डेरे में उसके गुरु के नाम पर हो रहे आयोजन पर चर्चा की।
डेरा में वर्ष 1992 से हर वर्ष शाह सतनाम सिंह महाराज को समर्पित परमपिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री आई कैंप का आयोजन किया जा रहा है। अब तक लगे 25 कैंप में हजारों ऑपरेशन किए जा चुके हैं, जबकि देश व विदेशों के लाखों लोगों ने आंखों के अन्य रोगों की जांच व उपचार करवाकर लाभ उठाया है। खास बात यह है कि वर्ष 2010 में लगे इसी आई कैंप को एक दिन में पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा ओपीडी करने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है।