कहते है की काम से ही किसी व्यक्ति की पहचान होती है विशेष कर उन लोगों के लिए और ज्यादा जो नौकरी करते है. जी हाँ और यदि अब आप नौकरी करते है और काम नही करेंगे तो कब तक आपकी खेर रहेगीं. किसी ना किसी दिन तो आपको ऐसे में आपके दफ्तर से निकाल दिया जायेगा.
खास बात तो यह है कि मोदी सरकार ने भी ऐसे अधिकारियों को बर्खास्त करने का मन बना लिया है जिनका प्रदर्शन निराशाजनक रहेगा. इससे एक बात तो साफ़ हो गई है कि बड़े पदों पर बैठकर आराम फरमा रहे अधिकारियों की अब खैर नहीं है.
दरअसल केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने मिजोरम में तैनात एक आईपीएस अधिकारी को पुलिस सेवा से हटा दिया है. आईपीएस अधिकारी का नाम लिंगला विजय प्रसाद बताया जा रहा है जिनका प्रदर्शन गृह मंत्रालय ने निराशाजनक माना है.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार ,डीआईजी रैंक के इस ऑफिसर की सेवाओं के 15 साल पूरे होने के बाद उनके काम की समीक्षा हुई थी जिसमें लिंगला विजय प्रसाद के काम को निराशाजनक पाया गया है. इतना ही नही गृह मंत्रालय की कैबिनेट नियुक्ति कमिटी ने पद से हटाने का आदेश भी जारी कर दिया है. इस कमिटी की अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं.
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आपको बता दे कि नियमों के मुताबिक ऑल इंडिया सर्विस ऑफिसर के प्रदर्शन की समीक्षा दो बार होती है. पहली उनकी सेवा के 15 साल पूरे होने पर और दूसरा 25 साल पूरा होने पर.