अमेरिका के रिचर्ड एच. थेलर को साल 2017 के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। 12 सितंबर, 1945 को जन्मे अमेरिकी अर्थशास्त्री थेलर शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। वो अर्थशास्त्र में कई प्रसिद्ध किताब लिख चुके हैं।
रॉयल स्वीडिश अकेडमी ने कहा कि थेलर ने इकोनॉमिक्स और साइकोलॉजिकल एनालिसिस के बीच एक ब्रीज बनाने का काम किया है। अवार्ड के रूप में उन्हें 9 मिलियन स्वीडिश क्रोन (1.1 मिलियन डॉलर) यानी करीब 7 करोड़ रुपए प्राइज दिया जाएगा। अर्थशास्त्र का नोबेल 1668 में स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने स्वीडिश उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल की याद में शुरू किया था।
हालांकि, रघुराम राजन का नाम भी चर्चा में था। क्लेरीवेट एनालिटिक्स द्वारा तैयार संभावित छह उम्मीदवारों की सूची में राजन का नाम भी चल रहा था।
वहीं गैरसरकारी संस्था (एनजीओ) ‘इंटरनेशनल कैंपेन टू अबोलिश न्यूक्लियर वेपन’ (आईसीएएन) को शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया है। एनजीओ को नोबेल पुरस्कार न्यूक्लियर हथियारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए दिया गया है। संस्था को परमाणु हथियार खत्म करने के लिए कैंपेन चलाने के लिए जाना जाता है।
केमिस्ट्री-फिजिक्स के नोबेल के लिए भी हो चुकी है घोषणा
इससे पहले रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई थी । स्विट्जरलैंड के जैकस डोबोकेट, अमेरिका के जोआकिम फ्रैंक और यूके के रिचर्ड हेंडरसन को जैविक अणुओं के उच्च-रिजाल्यूशन संरचना निर्धारण में क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी विकसित करने के लिए नोबेल दिया जाएगा।
वहीं अमेरिका के वैज्ञानिक बैरी बैरिश, किप थ्रोन और रेनर वेसिस को गुरुत्वीय तरंगों की खोज करने के लिए फिजिक्स के नोबल दिया जाएगा। तीनों वैज्ञानिकों ने लेजर इंर्टफेरोमीटर ग्रैविटेशनल-वेव ऑब्जर्वेटरी (लिगो) डिटेक्टर और गुरुत्वाकर्षण तरंगों के अध्ययन के लिए संयुक्त रूप से यह सम्मान दिया जाएगा।
पुरस्कार की घोषणा के वक्त नोबेल कमेटी के प्रतिनिधि ने बताया कि इस साल यह पुरस्कार उस खोज के लिए दिया गया है, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया।
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