अभिनंदन के स्वागत के लिए पूरा देश तैयार है और बॉर्डर पर भी लोग भारत के वीर के लिए हाथ में तिरंगा लिए जमा हो रहे हैं. अभिनंदन की महज 48 घंटे में ही रिहाई हो रही है, जो कि सराहनीय है और ऐसा इतिहास में पहली बार हो रहा है.
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई शाम को बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान करना चाह रहा है, लेकिन भारत ने दोपहर बाद ही रिहाई पर जोर दिया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने साफ किया कि विंग कमांडर अभिनंदन की आज दोपहर बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर रिहाई कर दी जाएगी.
इतिहास में पहली बार
बता दें कि इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब किसी दूसरे देश की ओर से सैन्य अफसर को इतने कम समय में रिहा किया जा रहा है. मेजर जनरल (रि) अशोक मेहता ने भी बताया कि इतिहास में पहली बार किसी सैन्य अधिकारी को 36 या 48 घंटे में किसी दूसरे देश को छोड़ा जा रहा है. इस बात का जिक्र बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी इंडिया टुडे कॉनक्लेव के दौरान किया.
कहा जा रहा है कि जेनेवा संधि की वजह से पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है और अभिनंदन को इतनी जल्दी रिहा किया जा रहा है. हालांकि जेनेवा संधि तब लगती है जब दो देश आपस में जंग का ऐलान कर देते हैं. लेकिन अभी तक भारत और पाकिस्तान ने जंग की घोषणा नहीं की है, इसलिए अभिनंदन की रिहाई जेनेवा संधि के तहत नहीं कही जा सकती.
अमेरिका ने भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपने के पाकिस्तान के फैसले का स्वागत किया. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की घोषणा पर कहा कि हम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की इस प्रतिबद्धता का स्वागत करते हैं कि पाकिस्तान उसकी हिरासत में बंद भारतीय पायलट को शुक्रवार को रिहा करेगा.
गौरतलब है कि 27 फरवरी को पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग-21 से पैराशूट से छलांग लगा दी और जब वे जमीन पर पहुंचे वे इलाका पीओके का था. पाकिस्तानी फौज ने विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ लिया था. हालांकि बाद में इमरान खान ने कहा कि वो शुक्रवार को अभिनंदन को रिहा कर देंगे.