कोरोना वायरस के खिलाफ देश में टीकाकरण अभियान तेजी के साथ चल रहा है। अब तक 37 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा चुका है। अभी सिर्फ बड़े लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है। बच्चों के लिए कोरोना वायरस के खिलाफ अभी कोई टीका नहीं आया है। लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बच्चों के लिए भी कोरोना का टीका विकसित कर रही है। कंपनी ने कहा कि इस साल अक्टूबर तक यह टीका तैयार कर लिया जाएगा और बच्चों को लगाया भी जाने लगेगा।
एसआइआइ में आयात-निर्यात निदेशक पीसी नांबियार ने कोच्चि में एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को लगाई जाने वाली कोरोना वैक्सीन के इस साल अक्टूबर तक तैयार हो जाने की संभावना है। यह वैक्सीन बच्चों को उनके जन्म के एक महीने के भीतर लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आगे इसी वैक्सीन को दवा के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि अगर बच्चे कोरोना से संक्रमित हों तो उन्हें यह दी जा सके।
क्लीनिकल ट्रायल के लिए कंपनी ने मांगी अनुमति
बता दें कि हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा था कि कंपनी कोरोना के चार और टीकों पर काम कर रही है। इसमें से एक टीके के तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए कंपनी ने भारतीय दवा नियामक से अनुमति भी मांगी है। पूनावाला ने कहा था कि यह वैक्सीन इस साल जून तक तैयार हो जाएगी।
सीरम ने कोविशील्ड ब्रांडनेम से कोरोना वायरस के खिलाफ टीका तैयार किया है। इसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है। कंपनी ने अब तक इसके करोड़ डोज तैयार किए हैं। भारत में टीकाकरण अभियान में यह वैक्सीन स्वास्थ्यकर्मियों को लगाई भी जा रही है। इसके अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का भी टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल किया जा रहा है।