मेरठ। एमबीबीएस पेपर लीक होने की फजीहत झेल चुका चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन इस बार कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। पेपर लीक होने या फिर नकल रोकने के लिए इस बार विवि ने फूलप्रूफ व्यवस्था तैयार की है। अब एक दिन पहले नहीं, बल्कि परीक्षा वाले दिन ही प्रश्नपत्र केंद्रों पर पहुंचे। प्रश्न पत्र विवि के प्रोफेसर की निगरानी में पहुंचेगा और उन्हीं के सामने खुलेगा। यही नहीं परीक्षा के बाद प्रोफेसर की निगरानी में ही उत्तर पुस्तिकाएं विवि पहुंचेगी।
पिछले महीने चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस का पर्चा लीक हुआ था। वाट्सएप पर पर्चा वायरल होने के बाद 12 और 19 फरवरी को आयोजित होने वाली परीक्षा रद करनी पड़ी थी। अब 13 मार्च को ये परीक्षा होंगी। पेपर लीक या नकल रोकने के लिए इस बार विवि प्रशान ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है। अब परीक्षा केंद्रों पर एक दिन पहले नहीं, बल्कि परीक्षा के दिन ही प्रश्नपत्र पहुंचेगा। विवि के एक प्रोफेसर और कर्मचारी स्वयं प्रश्न पत्र लेकर जाएंगे। उन्हीं की मौजूदगी में प्रश्न पत्र खुलेगा। परीक्षा खत्म होते ही उत्तर पुस्तिका को सील कराकर ले जाएंगे।
एमबीबीएस की परीक्षा के लिए ये बने हैं सेंटर
विवि ने मेरठ और सहारनपुर मंडल में पांच परीक्षा केंद्र बनाए हैं। इस बार केवल सरकारी संस्थान लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज मेरठ, जैन कन्या पाठशाला मुजफ्फरनगर, एमएमएच कालेज मोदीनगर, आरएस कालेज पिलखवा और सहारनपुर मेडिकल कालेज को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
बीडीएस पर भी शिकंजा
विवि प्रशान ने नकल पर नकेल कसने क लिए इस बार मेडिकल सहित सभी पैरामेडिकल, बीडीएस की परीक्षा में स्वकेंद्र की सुविधा समाप्त कर दी है। प्राइवेट मेडिकल कालेजों में अब कोई परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। कुलपति प्रो. एनके तनेजा का कहना है कि विवि प्रशासन की ओर से परीक्षा की सुचिता को बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए नई व्यवस्था की जाएगी।
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