नांगल चौधरी से दोबारा भाजपा विधायक बने और फिर 19 मार्च 2024 को राज्य की नायब सिंह सैनी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) बनाए गए। मंत्री अभय यादव करीब 28 साल तक प्रशासनिक सेवा करने के बाद फरवरी 2013 में वीआरएस लेकर वह 2014 से समाज सेवा में उतर गए।
पढ़ाई को अस्त्र बनाकर कॅरियर बनाना और फिर समाजसेवा की चुनौती को खुद स्वीकार करने वाले शख्स हैं डॉ अभय सिंह यादव। बचपन में ही सिर से पिता श्योकरण यादव का साया छिन गया तो मां कलावती देवी के सपने को पूरा करने में जुट गए अभय सिंह। पहले एलएलएम तक पढ़ाई, फिर कानून में पीएचडी की। फिर नारनौल के पीजी कॉलेज में साढ़े छह साल से ज्यादा लेक्चरर के रूप में सेवा दी।
परिवार में हैं कई अफसर, भतीजा रह चुका रोहतक में डीसी
इसी बीच 1986 के फरवरी में एचसीएस परीक्षा पास कर ली। इसके बाद वह साल 2001 में आईएएस प्रोन्नत हो गए थे। करीब 28 साल तक प्रशासनिक सेवा करने के बाद फरवरी 2013 में वीआरएस लेकर वह 2014 से समाज सेवा में उतर गए। लोगों से मिलना और उनके काम आना उनकी आदत में था। नतीजा 2014 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद 2019 में नांगल चौधरी से दोबारा भाजपा विधायक बने और फिर 19 मार्च 2024 को राज्य की नायब सिंह सैनी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) बनाए गए।
डॉ. अभय सिंह यादव के परिवार और गांव में शिक्षा का महत्व सबसे ऊपर रहा है। इसी का नतीजा है कि उनके और उनके भाई के परिवार में आईएएस, एचपीएस, एचसीएस और कई न्यायिक सेवा के अधिकारी हैं। उनके एक भतीजे डॉ यशपाल रोहतक में डीसी रह चुके हैं। उनके भाई के एक नाती आईपीएस हैं, जिनकी शादी 2023 बैच की आईएएस लड़की से पिछले साल ही हुई थी। इस परिवार के कई सदस्य पीएचडी भी हैं।
चार दिन पहले मनाया था जन्मदिवस
डॉ अभय सिंह यादव ने 15 मार्च को ही अपना 69वां जन्मदिवस बनाया था। इसके चार दिन बाद ही उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में जगह मिल गई। उन्हें नांगल चौधरी इलाके में योजनाएं लाने और उनको पूरा करने वाले नेता के रूप में प्रसिद्धि मिली है।