कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बात की। ट्रंप ने ट्वीट करके खुद इसकी जानकारी दी है।
ट्रंप ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ‘ मेरे दो अच्छे दोस्त भारत के पीएम मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बातचीत हुई। इस दौरान व्यापार, रणनीतिक साझेदारी और सबसे महत्वपूर्ण बात दोनों से कश्मीर में तनाव कम करने की दिशा में काम करने को लेकर बातचीत हुई। यह एक कठिन स्थिति है, लेकिन अच्छी बातचीत हुई।’
व्हाइट हाउस ने किया ट्वीट
व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के साथ बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के साथ क्षेत्रीय विकास और अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की। राष्ट्रपति ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के महत्व को बताया। दोनों नेताओं ने आगे चर्चा की कि कैसे वे व्यापार के माध्यम से संयुक्त राज्य-भारत के आर्थिक संबंधों को मजबूत करना जारी रखेंगे और वे जल्द ही दोनों के बीच बैठक होगी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बात की। हम उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका कश्मीर संकट को हल करने में अपनी भूमिका निभाएंगे। कुरैशी ने ट्रंप के साथ इमरान से बातचीत का ब्योरा साझा किया।
एक हफ्ते में इमरान से दूसरी बार बातचीत
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ये एक हफ्ते के भीतर दूसरी बातचीत है। इससे पहले दोनों के बीच शुक्रवार को बातचीत हुई थी। इस दौरान ट्रंप ने इमरान को स्पष्ट तौर पर सलाह दिया था कि भारत के साथ तनाव खत्म करने के लिए बातचीत का रास्ता अख्तियार किया जाए। यह भी साफ किया गया था कि कश्मीर के मुद्दे पर दोनो देशों को मिल कर ही समाधान निकालना होगा।
पीएम मोदी से बातचीत
ट्रंप ने इमरान को फोन करने से पहले पीएम मोदी से बातचीत की। इस दौरान पाकिस्तान नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। जानकारी अनुसार दोनों के बीच 30 मिनट बातचीत हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से बेवजह भड़काऊ बयानबाजी की जा रही है जो क्षेत्रीय शांति के लिए सही नहीं है। इस दौरान सीमा पर आतंक को लेकर भी बातचीत हुई।