कोरोना वायरस महामारी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश किया। बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और मंत्रालय के अन्य अधिकारियों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। निर्मला सीतारमण ने बजट में सरकार द्वार की गई घोषणायों पर पत्रकरों के सवालों का जवाब दिया। इसी दौरान एक ऐसा वाक्या हुआ कि वहा मौजूद सभी लोग हंसने लगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सभी पत्रकार बजट को लेकर वित्त मंत्री से सवाल पूछ रहे थे। तभी एक महिला पत्रकार ने उनसे सवाल किया, जब वो दूसरा सवाल पूछने जा रही थी तभी एक अधिकारी ने महिला पत्रकार को सवाल पूछने से रोक दिया। इसके बाद वित्त मंत्री ने कहा कि अपने सिर्फ महिला पत्रकार को ही 2 सवाल पूछने से क्यों रोका। अपको पुरुषों को भी रोकना चाहिए था। वित्त मंत्री का जवाब सुनकर सभी लोग हंसने लगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट को किसान और गांव का बजट बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई फैसले लिए गए हैं। कृषि मंडियों को सशक्त करने के लिए भी प्रविधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बजट में आत्मनिर्भर भारत का नजरिया है। साथ ही यह एक नए दशक की शुरुआत के लिए एक ठोस आधार तैयार करता है। इस बजट में वास्तविकता के अहसास के साथ विकास का विश्वास है।
उन्होंने कहा कि इस बजट में देश के सभी हिस्सों के विकास का उल्लेख है। लद्दाख समेत पूर्वोत्तर और दक्षिणी भारत के विकास पर विशेष बल दिया गया है। यह तटीय राज्यों जैसे तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल को कारोबार का पावरहाउस बनाने का बड़ा कदम है। यह नियम-कायदों का सरलीकरण करके ‘ईज ऑफ लिविंग’ पर भी ध्यान केंद्रित करता है। रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एमएसएमई सेक्टर के लिए दोगुने धन का प्रविधान किया गया है। युवाओं की मदद के लिए शोध और अनुसंधान पर भी जोर दिया गया है।