कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि अनुशासनहीनता को लेकर पार्टी को कोई समझौता नहीं करेगी और विधायक अदिति सिंह को इस मामले में दी गयी नोटिस का जवाब बुधवार तक हर हाल में देना होगा। लल्लू ने मंगलवार को कहा “रायबरेली में सदर की विधायक अदिति सिंह के मामले का पटाक्षेप नहीं हुआ है।
उन्हे अनुशासनहीनता को लेकर भेजी गयी नोटिस का जवाब दो कार्य दिवस के भीतर देने को कहा गया था। इस बीच दुगार्नवमी, दशहरा और साप्ताहिक अवकाश पड़ गया। इस नाते बुधवार तक पार्टी अदिति सिंह का जवाब का इंतजार करेगी और उसके बाद जरूरी कार्रवाई करने के लिये स्वतंत्र होगी। ”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अनुशासन का पालन करने वाली पार्टी है जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत सभी छोटे बड़े नेता अनुशासन की डोर से बंधे है। ऐसे में किसी को भी पार्टी लाइन तोड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
प्रदेश अध्यक्ष ने उन मीडिया रिपोर्ट का भ्रामक करार दिया जिसमें अदिति सिंह को उपचुनाव में स्टार प्रचारक नियुक्त किया गया है। उन्होने कहा कि किसी भी चुनाव में स्टार प्रचारक की सूची 15-20 रोज पहले तय की जाती है जिसमें अदिति का नाम होना स्वाभाविक था जबकि सदर विधायक को अनुशासनहीनता के बारे में नोटिस चार पांच दिन पहले दी गयी। ऐसे में दोनों बातों को जोडना तर्कसंगत नहीं होगा।
लल्लू ने कहा कि अदिति सिंह को नोटिस उनके घर पर जाकर दिया गया था और उनके व्हाट्सएप पर भी इसकी प्रति प्रेषित की गयी थी जिसे उन्होने चेक भी कर लिया था। ऐसे में यह कहना गलत होगी कि विधायक को नोटिस न भेजकर इसे सिर्फ मीडिया को भेजा गया है।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया गया था जिसका कांग्रेस समेत राज्य के अधिकांश विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था।
इसके बावजूद रायबरेली मे सदर की विधायिका अदिति सिंह ने विशेष सत्र में हिस्सा लिया और तर्क दिया कि वह एक पढी लिखी जनप्रतिनिधि है और विकास के मुद्दे पर आयोजित सत्र में भाग लेना उनका नैतिक दायित्व है जिसके बाद कांग्रेस ने विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिनो के भीतर जवाब देने को कहा था।