दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस नेताओं से गिले-शिकवे भुलाकर शनिवार को घर वापसी कर ली। एक साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले लवली फिलहाल अकेले लौटे हैं। लवली का कहना है कि वह भाजपा में मिस फिट थे और इसका अहसास उन्हें कांग्रेस छोड़ने के अगले दिन ही हो गया था।
अरविंदर सिंह लवली ने शनिवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल से मुलाकात कर यह घोषणा की। प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस अजय माकन ने स्वीकारा कि उनकी गलती और संवादहीनता के चलते ही लवली पार्टी छोड़कर गए थे। उनका कहना है कि मेरी जिम्मेदारी है पूरा परिवार एक रहे। उन्होंने कहा कि लवली के आने से कांग्रेस और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी।
अरविंदर सिंह लवली ने कहा, ‘मैं खुशी से भाजपा में शामिल नहीं हुआ था बल्कि तब कहा भी था कि दुख और पीड़ा के साथ पार्टी छोड़ रहा हूं। उस नाजुक दौर में मेरा फर्ज बनता था कि मैं पार्टी में रहता लेकिन आपसी संवाद कम गया था। अब संवादहीनता और दूरियां मिट गई हैं। मैं उस विचारधारा में मिस फिट था, अब मैं अपनी असली पार्टी में हूं।’
कांग्रेस छोड़ने पर एमसीडी चुनाव में पार्टी पर टिकटों की खरीद-फरोख्त, भ्रष्टाचार के आरोप लगाने और शीला दीक्षित और अजय माकन जैसे वरिष्ठ नेताओं को भला-बुरा कहने वाले लवली पर जब ऐसे सवालों की बौछार हुई तो प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला उनके बचाव में उतर आए।
अजय माकन ने कहा कि लवली, उनके पिता और उनके परिवार का पार्टी में अहम योगदान रहा है। भावनाएं आहत होने, दिल दुखने पर दरार आती है तो बातचीत के दौरान ऐसे शब्द निकल ही आते हैं। पीछे मुड़कर देेंखे या आगे चलें, इन दो रास्तों में एक को चुनना होता है।