नए साल 2018 में सूर्य कई संयोगो का महा संयोग बना रहा है. सूर्य सरकारी नौकरी ,धन -दौलत ,बंगला गाड़ी देने वाला और नाम रोशन करने वाला होगा. सन 2018 ईस्वी में सूर्य महा राजयोग देगा. 2018 में हिंदी पंचांग के अनुसार विक्रम सम्वत 2075 होगा जिसका स्वामी राजा सूर्य होगा. सूर्य 2018 में बहुत बलवान होगा जो तरह तरह की मनोकामनाएं पूरी करेगा. सूर्य ग्रहो का राजा होता है और बाकी 8 ग्रह सूर्य के नियंत्रण में होंगे. साल के महासंयोगों के बारे में बता रहे हैं आचार्य कौशल…
सूर्य का पहला संयोग महा राजयोग देंगे-सूर्य बलवान होकर महा राजयोग देगा. सूर्यपुत्र शनि भी 2075 सम्वत के मंत्री होंगे इसलिए वह सूर्य की तरह ही लोगों का कल्याण करेंगे. जब नया साल 2018 शुरू होगा लेकिन विक्रम सम्वत 2075 18 मार्च 2018 से शुरू होगा तो 1 जनवरी से सूर्य और शनि दोनों एक ही राशि धनु में बैठे होंगे. शनि लगभग अस्त होगा और वह सूर्य द्वारा दिए गए वरदान को व्यर्थ नहीं कर पायेगा.
सूर्य का दूसरा संयोग, सूर्य का ग्रहण भी कोई हानि नहीं पहुंचाएगा- सं 2018 में तीन सूर्य ग्रहण होंगे. पहला सूर्य ग्रहण 15 – 16 फरवरी 2018 में लगेगा. दूसरा सूर्य ग्रहण 13 जुलाई 2018 को पड़ेगा. तीसरा सूर्य ग्रहण 11 अगस्त 2018 में लगेगा. तीनों ही ग्रहण भारत में दिखाई नहीं पड़ेंगे इसलिए सूर्य कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा. सूर्य जोकि ग्रहो का राजा है इस पर जब ग्रहण ही नहीं लगेगा तो वो लाभ ही लाभ देगा यानी सूर्य का महासंयोग राज योग देगा.
तीसरा महासंयोग- सूर्य 70 दिनों तक लाभ ही लाभ देगा सूर्य का महासंयोग पूरे साल 70 दिन रवियोग बनाएगा यानी साल के 365 दिन में से 70 दिन लाभ ही लाभ देगा. नौकरी , व्यापार , शादी , अपना मकान , गाड़ी में आने वाली अड़चनों को दूर करेगा. सूर्य का ये महासंयोग एग्जाम , चुनाव , कोई खरीद-बिक्री , यात्रा , या मुकदम्मे ,की अड़चन दूर करेगा और सभी को ज़मीन जायदाद, वाहन , वस्त्र , सोने चांदी के ज़ेवर आदि खरीदने में मदद करेगा. जो विदेश यात्रा बहुत दिनों से रुकी पड़ी थी वह यात्रा भी संभव हो जायेगी.
सूर्य का चौथा महासंयोग –रवि योग का असली महत्त्व क्या है रवि योग का महा संयोग बहुत ही लाभकारी होगा. रवियोग तब बनता है जब रविवार को कोई ख़ास नक्षत्र हो. कुंडली में चाहे जितनी भी बाधाएं हो, कितने भी कुयोग हो. रवियोग सभी बाधाओं को दूर करके शुभ फल प्रदान करता है यानी 2018 में 365 दिनों में से 70 दिन बहुत अच्छे जाने वाले हैं.
सूर्य का पांचवां महासंयोग –2018 में तीन बार बन रहा है सूर्य का रविपुष्य योग. रविपुष्य योग तब बनता है जब रविवार को पुष्य नक्षत्र हो. रविपुष्य योग 22 अप्रैल , 20 मई , और 17 जून को होगा. रविपुष्य योग में गंभीर से गंभीर बीमारी ठीक हो सकती है लेकिन उपाय करना पड़ेगा. रविपुष्य योग के दिन कोई इलाज शुरू करे. रोगी को नयी औषधि दें. जो लोग किसी बिगड़े हुए काम को बनाने के लिए कोई पूजा , पाठ , अनुष्ठान करवाना चाहते हैं वो रविपुष्य योग के महासंयोग में करवाए तो उन्हें बड़ी सफलता मिलेगी
सूर्य के महासंयोग से लाभ उठाने के लिए उपाय करें- नित्य प्रतिदिन सूर्य को सूर्य प्रणाम करें. सूर्य को ताम्बे के लोटे से गुड़ वाला जल चढ़ाएं.
रविवार को लाल वस्त्र धारण करें. रविवार को गंगाजल जल में डालकर स्नान करें. रविवार को गुड़ का दान करें. रविवार को लाल सिन्दूर का तिलक लगाएं.
रविवार को बेल वृक्ष पर जल चढ़ाएं. रविवार को घर के बड़े बुज़ुर्ग की सेवा करें. हर महीने की षष्ठी तिथि को सूर्य की पूजा करें. किसी बुज़ुर्ग पुजारी को रविवार को भोजन करवाएं. 2018 में पितरों का श्राद्ध अवश्य करें.