अक्सर आपने कई लोगों को गले में कई तरह की मालाओं को पहनते हुए देखा होगा। कुछ लोग सोने की माला पहनते हैं तो कुछ लोग चाँदी की पहनते हैं। कई लोगों को गले में रुद्राक्ष की माला पहनते हुए भी देखा होगा आपने। जो लोग रुद्राक्ष के बारे में नहीं जानते हैं, उन्हें समझ में नहीं आता है कि आखिर लोग इसकी माला क्यों पहनते हैं? आपको बता दें रुद्राक्ष के माला का धार्मिक महत्व होता है, जिसके बारे में हर किसी को नहीं पता होता है। अगर आपको भी रुद्राक्ष के बारे में पता नहीं है तो चिंता करने की जरुरत नहीं है। हम आपको रुद्राक्ष के बारे में सबकुछ बताएँगे।
रुद्राक्ष को भगवान शंकर का एक अंग माना जाता है। शिवपुराण और श्रीमद्देवीभागवत में रुद्राक्ष की माला धारण करने के कई नियम बताये गए हैं। अगर आप भी रुद्राक्ष की माला धारण करते हैं तो आपको भी इन नियमों का जरुर पालन करना चाहिए। इन ग्रंथों में यह साफ़-साफ़ मिलता है कि रुद्राक्ष से बनी ही माला शरीर के कौन-कौन से अंग पर धारण करनी चाहिए, जिससे पहनने वाले की हर मनोकामना पूर्ण हो जाये। अगर आप इन पुराणों में लिखी गयी बातों के अनुसार रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको जीवन में कोई कमी नहीं होगी।
श्रीमद्देवीभागवत के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने के नियम:
*- आपको पहले ही बता दें रुद्राक्ष की माला एक ही तरह की नहीं होती है। एक मुखी से लेकर चौदह मुखी तक रुद्राक्ष होते हैं और इन्ही से माला का निर्माण किया जाता है। शरीर के अलग-अलग अंगों पर अलग-अलग संख्या के रुद्राक्ष की माला को धारण करना चाहिए। 50 दानों के रुद्राक्ष की माला को हृदय पर और 20 दानों की माला को सर पर धारण करना शुभ होता है।
*- रुद्राक्ष के 16 दानों से बनी हुई माला को अपनी भुजाओं पर और 12 दानों से बनी हुई माला को मणिबंध यानी पंजे और हाथ को जोडनें वाले हिस्से पर पहनना चाहिए। गले में 108 दानों वाले रुद्राक्ष की माला को धारण करना शुभ माना जाता है।
*- ऐसा कहा जाता है कि जिस भी व्यक्ति ने रुद्राक्ष के 108 दानों की माला को गले में धारण किया होता है, उसे हर पल अश्मेघ यज्ञ करने के बराबर फल मिलता है। ऐसे लोगों को शिवलोक की प्राप्ति होती है। सामान्य माला की जगह अगर आप 108 दानों वाली रुद्राक्ष की माला से जप करते हैं तो आपको 10 गुना ज्यादा पुण्य मिलता है।
*- रुद्राक्ष धारण करने से ज्यादा शुभ चीज इस दुनिया में कुछ और नहीं है। जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करने के बाद उसकी पवित्रता का ध्यान रखता है, उसे जीवन में कोई कष्ट नहीं होता है। उसकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है।
शिव पुराण के अनुसार:
*- पुरे संसार में रुद्राक्ष जैसी पुन्य और फल देने वाली दूसरी कोई माला नहीं है। इसलिए अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए रुद्राक्ष की माला जरुर धारण करना चाहिए। इसकी पूजा भी करनी चाहिए और जप भी करना चाहिए।