छोटे बच्चे जब तुतलाकर बोलना शुरू करते हैं तो कितना अच्छा लगता है लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होने लगता है उसका तुतलाकर बोलना हंसी-मजाक का विषय बन जाता है. अगर आपका बच्चा भी थोड़ा तुतलाकर या फिर हकलाकर बोलता है तो इसे आम समस्या मानकर इग्नोर न करें बलिक इस घरेलू उपाय की मदद से भी आप जल्द ही इस परेशानी का समाधान निकाल सकते हैं.
यह समस्या मोटी जीभ, हकलाने वाली की नकल करने और नाड़ियों में किसी प्रकार के दोष होने से हो सकती है. जब हम बोलते वक्त सही से अक्षरों को नहीं बोल पाते हैं, रुक-रुककर बोलते हैं तो यह तुतलाने या हकलाने कहलाता है. डॉक्टरों के अनुसार, अगर कोई बच्चा बोलते वक्त हकलाता है, तो उसके लिए आंवला बहुत ही फायदेमंद हो सकता है. ऐसे बच्चों को कुछ दिनों तक आंवला चबाने के लिए देना चाहिए.
दरअसल आंवला चबाने से जीभ पतली होने में मदद मिलती है और आवाज साफ निकलने लगती है. आंवले से आवाज साफ होती है और हकलाने की समस्या धीरे-धीरे कम होती जाती है. बच्चों के हकलाने और तुतलाने पर कच्चे, पके हरे आंवले को उन्हें चूसने के लिए दें और आप जल्द ही इसका प्रभाव दे सकते हैं.