आपने कई बार मीडिया रिपोर्ट्स में सुना होगा कि किसी ने अपनी पत्नी या किसी चाहने वाले के लिए चांद पर जमीन खरीदी है. बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद एक्टर की चांद पर जमीन होने की खबरें आई थीं. इससे पहले भी कई सेलेब्स को उनके फैंस को चांद पर जमीन खरीदकर गिफ्ट की थी. आपने कभी सोचा है कि आखिर ये कैसे होता है और लोग किस तरह से चांद पर जमीन खरीददते हैं.
चांद पर जमीन खरीदने को लेकर कई तरह के सवाल हैं, जिनके जवाब लोग जानना चाहते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर लोग चांद पर जमीन कैसे खरीद रहे हैं और वो कितने रुपये में जमीन खरीदते हैं. साथ ही हम आपको बताएंगे कि आखिर कानूनी तौर पर चांद कोई जमीन खरीदी या बेची जा सकती है.. जानते हैं इन्हीं सभी सवालों के जवाब…
आपने भी अखबारों या इंटरनेट पर देखा होगा कि लोग चांद पर ज़मीन खरीदने का दावा करते हैं. वैसे उनकी ओर से यह दावा सच है, क्योंकि इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट हैं, जो चांद पर जमीन खरीदने का दावा करती है. ये वेबसाइट आपको चांद पर जमीन खरीदने का ऑफर देती हैं और आप जब पेमेंट करते हैं तो आपको कागज भी मिलते हैं. जी हां, अगर आप इन वेबसाइट से जमीन खरीदेंगे तो आपको चांद पर जमीन खरीदने के कागज, सर्टिफिकेट, रजिस्ट्री वगैहरा भी मिलती है. इन दिनों काफी लोग इन वेबसाइट का सहारा लेकर चांद पर जमीन गिफ्ट दे रहे हैं.
अगर आप भी चांद पर जमीन खरीदना चाहते हैं तो इन वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट करके जमीन खरीद सकते हैं. जमीन खरीदने पर आपको उसकी लोकेशन, पृथ्वी के नक्शे पर उसकी देशांतर आदि की जानकारी भी दी जाती है. साथ ही इस क्षेत्र के नाम आदि की जानकारी भी दी जाती है. इसमें सैटेलाइट के जरिए ली हुई फोटो भी साथ में दी जाती है. आपको चांद पर जमीन खरीदने का पूरा फील दिया जाता है.
ये वेबसाइटें अलग अलग तरीके से चांद पर जमीन बेचने का दावा करती हैं. कई वेबसाइटों पर एकड़ के हिसाब से चांद पर जमीन मिलती है. अगर कीमत की बात करें तो यह कीमत डॉलर में होती है और आप डॉलर के हिसाब से इंडियन करेंसी के हिसाब से भुगतान करना होता है.
कई वेबसाइटों पर रेट देखने के बाद अंदाजा लगता है कि ये वेबसाइटें करीब 30 से 40 डॉलर प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन के कागज दे रही हैं. भारतीय करेंसी के हिसाब से यह कीमत 2500 के आसपास होती है. इसका मतलब है कि आप चांद पर एक एकड़ जमीन करीब 2500 रुपये में खरीद सकते हैं.
लेकिन, अगर कानून की बात करें तो यह गैरकानूनी है. दरअसल, 104 देशों ने मिलकर एक आउटर स्पेस ट्रीटी साइन किया हुआ है, जो साल 1967 में साइन किया गया था. खास बात ये है कि इन देशों में भारत का नाम भी शामिल है. इसके नियमों के अनुसार, चांद किसी भी देश के अंडर में नहीं आता है और वहां कोई भी अपना अधिकार नहीं जमा सकते है.
इसके अनुसार, अंतरिक्ष की वस्तुओं पर किसी का हक नहीं है. ऐसे में वहां ना कोई कुछ खरीद सकता है और ना ही कोई वहां कुछ बेच सकता है. ऐसे में यह चांद पर जमीन खरीदने के दावे गलत है. सवाल है कि आखिर ये वेबसाइट क्या बेच रही हैं…
दरअसल, ये वेबसाइट कोई जमीन नहीं बेच रही है. ये वेबसाइट सिर्फ एक सर्टिफिकेट देती हैं, जिसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं है. ना ही कभी ऐसा हो सकता है कि आप वहां जाकर रह सकते हैं, ना ही आप वहां जा सकते हैं. इसलिए यह सिर्फ खुद की खुशी के लिए है, यह कोई वास्तिवक जमीन की खरीद नहीं होती है. यह सिर्फ सर्टिफिकेट होते हैं.
आजकल चांद पर जमीन गिफ्ट देने का चलन दे रहा है और लोग अपने खास लोगों को चांद पर जमीन दे रहे हैं. हालांकि, यह सिर्फ गिफ्ट के लिए ही है. इसी तरह से कई वेबसाइटें पैसे लेकर कोई स्टार भी आपके नाम पर करने का दावा करती हैं और एक सर्टिफिकेट भी देती है. यह सिर्फ एक गिफ्ट के लिए ही है. सीधे शब्दों में कहें तो चांद पर जमीन खरीदना और कुछ नहीं बल्कि सिर्फ एक कागज के टुकड़े के लिए बहुत सारे पैसे देने जैसा है.