फिलिस्तीन ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के साथ मंच साझा करने वाले अपने राजदूत को वापस पाकिस्तान भेज दिया है। इससे पहले भारत की कड़ी प्रतिक्रिया पर फिलिस्तीन ने खेद जताते हुए पाकिस्तान से अपने राजदूत को वापस बुलाने का फैसला किया था। पाक मीडिया में दावा किया गया है कि फिलिस्तीन ने वापस बुलाए गए राजदूत वालिद अबु अली को दोबारा पाकिस्तान में नियुक्त कर दिया है।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि फिलिस्तीन ने भारत से खेद जताने के बाद यू-टर्न क्यों लिया? पाकिस्तान उलेमा काउंसिल (PUC) के चेयरमैन मौलाना ताहिर अशरफी के हवाले से जियो न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अली को दोबारा पाकिस्तान में अपना राजदूत नियुक्त कर दिया है।
अशरफी ने कहा कि अली बुधवार को पाकिस्तान लौट आएंगे और अपना कार्यभार दोबारा संभाल लेंगे। गौरतलब है कि भारत की आपत्ति को फिलिस्तीन ने गंभीरता से लिया था। भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अदनान अबु अल हजा ने कहा था, ‘हमारा देश भारत के साथ अपने रिश्ते को काफी महत्व देता है और आतंक के खिलाफ उसकी लड़ाई में साथ खड़ा है।’ फिलिस्तीन के पाकिस्तानी राजदूत ने प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद के साथ रावलपिंडी की एक रैली में मंच साझा किया था।
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए फिलिस्तीन सरकार से कहा था कि इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस रैली की तस्वीरें सामने आने के बाद भारत की ओर से फिलिस्तीन को कड़ा संदेश दिया गया था। खास बात यह है कि घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ, जब भारत के उच्च अधिकारी पीएम मोदी के फिलिस्तीन दौरे की तैयारियों में जुटे हैं। पीएम फरवरी में फिलिस्तीन की यात्रा पर जा सकते हैं।
फिलिस्तीन ने दी थी सफाई
भारत में फिलिस्तीन के राजदूत ने सफाई देते हुए कहा था, ‘हमारे राजदूत इस आदमी (हाफिज सईद) को नहीं जानते थे। जब उसने (हाफिज) बोलना शुरू किया तो राजदूत ने पूछा कि यह कौन है? हमारे राजदूत का भाषण उसके बाद था। हमारे राजदूत ने भाषण दिया और वहां से चले गए।’ राजदूत हजा ने कहा कि इसके बावजूद हमारे लिए यह स्वीकार्य नहीं है और इसीलिए राजदूत को वापस बुलाने का फैसला लिया गया।
भारत में फिलिस्तीन के राजदूत ने सफाई देते हुए कहा था, ‘हमारे राजदूत इस आदमी (हाफिज सईद) को नहीं जानते थे। जब उसने (हाफिज) बोलना शुरू किया तो राजदूत ने पूछा कि यह कौन है? हमारे राजदूत का भाषण उसके बाद था। हमारे राजदूत ने भाषण दिया और वहां से चले गए।’ राजदूत हजा ने कहा कि इसके बावजूद हमारे लिए यह स्वीकार्य नहीं है और इसीलिए राजदूत को वापस बुलाने का फैसला लिया गया।