देश के तीन अलग-अलग राज्यों के चार किडनी रोगियों का उपचार अहमदाबाद सिविल अस्पताल में चल रहा है । परिजन की किडनी मैच नहीं हो रही थीं, इसलिए डायलिसिस के लिए मजबूर थे। ऐसे में अस्पताल ने स्वैप मैच कराने का निर्णय लिया, जिससे सभी रोगियों के लिए किडनी का इंतजाम हो गया।
खून का कोई रिश्ता नहीं होने के बाद भी अस्पताल में किडनी से जोड़ियां बन गईं। चारों परिवार अपनों का जीवन बचाने के लिए एक माह में दो राज्यों (राजस्थान, मप्र) से अनुमति हासिल कर चुके हैं। अब आखिरी एनओसी गुजरात से मिलने के बाद 10 जुलाई के आसपास सभी का किडनी ट्रांसप्लांट अहमदाबाद में होगा।
किडनी ट्रांसप्लांट का क्या है नियम
क्यों आई दिक्कतें
मरीजों के परिजन की किडनी का मिलान जब अस्पताल में किया गया तो एंटीबॉडी मैच नहीं कर रही थीं। किसी का ब्लड ग्रुप समान नहीं था तो किसी के मामले में शारीरिक समस्या थी। अस्पताल ने इन चारों परिवारों से चर्चा की और स्वैप मैच का सुझाव दिया। रजामंदी के बाद ही स्वैप मैच की प्रक्रिया अपनाई गई।