जिस तरह से टेक्नोलॉजी हावी होती जा रही, उसे देखते हुए वो दिन अब दूर नहीं जब टीनएजर्स अपनी वर्जिनिटी सेक्स रोबोट्स के साथ खोएंगे। ये चिंता है रोबोटिक्स के एक प्रोफेसर की।
सेक्स रोबोट्स समाज के लिए बेहद खतरनाक
शेफील्ड यूनिवर्सिटी के रोबोटिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर नोएल शार्के सेक्स रोबोट्स का पैदा होना समाज के लिए बेहद खतरनाक मानते हैं। उनका कहना है कि जिस तरह से पॉर्न हमारे समाज में हावी हो गया औऱ सरकारें कुछ नहीं कर पाई वैसा ही कुछ सेक्स रोबोट्स के साथ होगा।
डेली मेल मुताबिक प्रोफेसर शार्के ने कहा कि अमेरिका और जापान में सेक्स डॉल्स का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। ये समाज के लिए बेहद खतरनाक है और समाज को इसके दुष्परिणाम झेलने होंगे।
प्रोफेसर शार्के चेलटेनहम साइंस फेस्टिवल के दौरान ‘fairly liberal about sex’ विषय पर बोल रहे थे।
प्रोफेसर शार्के ने कहा कि सेक्स में कोई बुराई नहीं है लेकिन मशीन के साथ सेक्स के लिए पहला रिश्ता बनाना घातक है। अगर सब लोग ऐसा करने लगेंगे तो अपोजिट सेक्स क्या होगा। एक आदमी औक एक औरत का क्या होगा ?
जापान और अमेरिका में सेक्स डॉल्स का चलन बढ़ा
उन्होंने कहा कि जापान और अमेरिका में हाल के दिनों में एंड्रायड सेक्स डॉल्स का चलन हाल के दिनों में बढ़ा है। हालांकि ऐसा कहा जा रहा है 16 साल से कम उम्र के लोगों को ये नहीं बेची जा रही है लेकिन इनका बच्चों के हाथ आने का खतरा भी है। आखिर इन चीजों को आप बच्चों से कैसे बचा सकते हैं।
प्रोफेसर शार्के ने चिंता जाहिर की कि आने वाले 10 साल के अंदर ये सेक्स रोबोट्स बहुत आसानी से मिलने लगेंगे। अगर किसी के मां-बाप के पास ऐसा खिलौना होगा तो वो बच्चा जरूर उससे खेलना चाहेगा।
सेक्स रोबोट्स रॉक्सी (फीमेल) और रॉकी (मेल) के नाम से बाजार में उपलब्ध हैं। फिलहाल इनकी कीमत लाखों में है। कुछ ही सालों में ये रोबोट शायद सोचने भी लगे और इंसान जैसा बर्ताव करने लगे।
इस बीच ब्रिटेन में रोबोट एक्सपर्ट डॉ कैथलीन रिचर्डसन ने सरकार ने सेक्स डॉल्स पर बैन लगाने और इन्हें इंपोर्ट करने पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि रोबोटिक्स इंडस्ट्री में जरूर इस सेक्स डॉल्स ने हलचल मचा दी है लेकिन समाज के नजरिए से देखा जाए तो ये सही नहीं है।