भांडुप नगर निकाय उपचुनाव जीतने के बाद भाजपा को निशाने पर लेते हुए शिवसेना ने आज कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सत्ता और धन का इस्तेमाल किया जा रहा है तथा भ्रष्ट तरीकों से चुनाव जीते जा रहे हैं। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है, ‘‘देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जहां राजनीतिक विपक्ष की आवाजों को दबाया जा रहा है। सभी संभव भ्रष्ट तरीकों से चुनाव जीते जा रहे हैं।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘विपक्ष की आवाजों को दबाने के लिए सत्ता और धन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस तरह का माहौल देश, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के लिए खतरनाक है।’’
शिवसेना महाराष्ट्र और केंद्र में भाजपा नीत गठबंधन सरकार में सहयोगी है। हालांकि, पार्टी ने कई मुद्दों पर आलोचनात्मक रूख अख्तियार किया है। उल्लेखनयी है कि शिवसेना ने शुक्रवार को कहा था कि बीजेपी को हराया जा सकता है। यह बात शिवसेना ने नांदेड़ नगर पालिका चुनावों में कांग्रेस के क्लीन स्विप के बाद अपने मुखपत्र सामना में ही कही थी। इन चुनावों में कांग्रेस ने 81 में 73 सीटों पर कब्जा किया है। वहीं, बीजेपी के हाथ केवल 6 सीटें और शिवसेना को मात्र एक सीट से संतुष्ट करना पड़ा। नांदेड़ नगर पालिका चुनावों ने बीजेपी को आइना दिखा दिया है, जो कि वे कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देख रहे थे। यह बीजेपी के लिए बहुत बड़ा सबक है जिससे साबित होता है कि बीजेपी को हराया जा सकता है।
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बीजेपी पर तंज कसते हुए शिवसेना ने मुखपत्र में लिखा था कि आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था और अब बीजेपी को फिर से हार का मुंह देखना पड़ा है। महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ अशोक चव्हाण ने बीजेपी की रफ्तार में स्पीड ब्रेकर लगा दिया है। कांग्रेस और शिवसेना ने बीजेपी की रणनीति अपनाते हुए नांदेड़ चुनाव पर जीत हासिल की है। मुखपत्र में शिवसेना ने कहा कि नांदेड़ नगर पालिका चुनाव के लिए बीजेपी के पास अपनी कोई सेना नहीं थी। बीजेपी ने दूसरी पार्टी के नेताओं को टिकट देकर दांव खेला, जिसमें वे फेल हो गए। बता दें कि पिछले दो दशकों से नांदेड नगर पालिका पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। नांदेड अशोक चव्हाण का विधानसभा क्षेत्र है, जो कि अभी सांसद हैं।