देहरादून, वैक्सीनेशन में अनियमितता बरतने के आरोप में जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने मैक्स अस्पताल की जांच करने के आदेश दिए हैं। जांच सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान को सौंपी गई है। उन्हें 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। जिलाधिकारी के संज्ञान में यह मामला आया कि रजनीश कुमार नाम के व्यक्ति ने पेड वैक्सीनेशन के तहत मैक्स अस्पताल में स्लाट बुक कराया था। किसी कारण से वह तय तिथि पर वैक्सीन लगवाने नहीं जा पाए। इसके बाद उन्होंने स्लाट को रीशेड्यूल कराना चाहा तो पता चला कि उनकी वैक्सीन लग चुकी है। किसी अन्य व्यक्ति को उनकी जगह वैक्सीन लगा दी गई और जो प्रमाण पत्र उन्होंने डाउनलोड किया, वह रजनीश के नाम का ही था।
जिलाधिकारी के आदेश के बाद कुश्म चौहान ने मजिस्ट्रेटी जांच शुरू कर दी है। उन्होंने सभी व्यक्तियों को सूचित किया है कि वह उन्हें वैक्सीनेशन की अनियमितता के संबंध में लिखित या मौखिक साक्ष्य उपलब्ध करा सकते हैं। इसके लिए 21 जून तक का समय दिया गया है। साथ ही मैक्स अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक, जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
दूरस्थ क्षेत्रों में टीकाकरण को उतरी मोबाइल टीम
प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने को लेकर लगातार प्रयास हो रहे हैं। इसी मकसद से पर्वतीय एवं ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल टीम उतारने की पहल की है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजीव दीक्षित ने बताया कि कई मोबाइल टीम गठित की गई हैं। जिन्हें साइट बनाकर गांवों में भेजा जा रहा है। 45 प्लस के टीकाकरण को लेकर इन इलाकों में खासा रुझान देखा गया है।
टीम को भेजकर आन द स्पाट पंजीकरण कराकर युवाओं को टीका लगाया जा रहा है। जहां नेटवर्क की दिक्कत है वहां टीम कार्यालय आकर उनकी एंट्री कर ले रही हैं। सोमवार को रायपुर ब्लाक के थानो एवं अस्थल में 100-100 के स्लॉट बनाकर टीके लगाए गए, जबकि सहसपुर के राजावाला, विकासनगर के रुद्रपुर, कालसी के लखवाड़, मागती, चकराता के कोटी कनासर, क्वांसी, सुजाऊ, बुरासवा, त्यूनी के हर गांवों में 150 से 200 टीके लगाए गए।