महज नौ साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में ही दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार टीम इंडिया के कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आज यानी 5 नवंबर को 29 साल के हो गए. इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट ने 15,631 रन पूरे कर लिए हैं. उनके करियर में 49 शतक, 4 दोहरे शतक और 77 अर्धशतक शामिल हैं. विराट आने वाले दिनों कई बड़े कीर्तिमान अपने नाम कर सकते हैं. दरअसल, कोहली की कामयाबी का यह सफर आसान नहीं रहा. क्रिकेट के प्रति विराट का जुनून उनकी सफलता का राज है.
पापा ने 9 साल की उम्र में थमाया था बल्ला
विराट कोहली का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में 5 नवबंर 1988 को दिल्ली में हुआ. विराट की स्कूली पढ़ाई दिल्ली के विशाल भारती पब्लिक स्कूल और सेवियर कॉन्वेन्ट स्कूल से हुई. बचपन से ही क्रिकेट के प्रति उनकी दीवानगी देखने लायक थी. और इसी के चलते उनके पिता प्रेम कोहली ने 9 साल की उम्र में ही विराट को क्रिकेट की ट्रेनिंग दिलवानी शुरू कर दी थी.
विराट के पिता उन्हें स्कूटर पर बैठाकर पहली बार वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी लेकर गए थे. कोहली ने अपनी क्रिकेट की ट्रेनिंग यहीं पूरी की थी. कोहली ने राजकुमार शर्मा की कोचिंग में क्रिकेट की बारीकियां सीखीं. स्कूल के दिनों में विराट न सिर्फ क्रिकेट में अपनी धुन के पक्के रहे, बल्कि पढ़ाई में भी होशियार थे.
12वीं तक की पढ़ाई, बोलते हैं फर्राटेदार अंग्रेजी
विराट सिर्फ 12वीं तक पढ़ाई कर पाए. बचपन से ही वे सचिन की ही तरह बेहतरीन क्रिकेटर बनने की चाहत रखते थे. इसके लिए उन्होंने खूब पसीना बहाया और जमकर मेहनत की. उन्होंने 12वीं के बाद पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाया. लाजवाब बल्लेबाजी के साथ विराट फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने में माहिर रहे.
उनके दादा विभाजन के वक्त कटनी आ गए थे
आपको बता दें कि विराट मूलरूप से मध्य प्रदेश के कटनी के रहने वाले हैं. विराट के दादा विभाजन के वक्त कटनी आ गए थे. 1947 में विराट के दादा और दादी ने कटनी में अपना घर बनाया था. विराट के पिता प्रेम कोहली कटनी के गुलाबचंद स्कूल से पढ़े थे, जहां कुछ समय के लिए विराट ने भी पढ़ाई की थी.
1961 में विराट के पिता प्रेम कोहली परिवार को लेकर दिल्ली चले आए थे. इसी वजह से विराट को दिल्ली का माना जाता है. विराट का कटनी से गहरा नाता है. अब भी विराट के चाचा, चाची और उनका चहेरे भाई रूपक कोहली कटनी में रहते हैं. विराट की चाची वहां की मेयर रह चुकी हैं.
पिता के निधन के बाद भी नहीं टूटे विराट
19 दिसंबर 2006 को विराट के पिता प्रेम कोहली का 54 साल की उम्र में ब्रेन स्ट्रोक की वजह से निधन हो गया था. उस वक्त विराट महज 18 साल के थे और वह दिल्ली में रणजी ट्रॉफी में खेल रहे थे. दिल्ली का वह मैच कर्नाटक के खिलाफ था. कोहली ने दिल्ली को फॉलोऑन से बचाने के लिए 90 रनों की शानदार पारी खेली. उसके बाद ही वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
विराट कोहली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीती थी. कोहली ने अपना पहला इंटरनेशनल मैच 2008 (18 अगस्त) में श्रीलंका के खिलाफ खेला. विराट को 2011 वर्ल्ड कप टीम में चुना गया और उन्होंने अपने पहले ही वर्ल्ड कप मैच में बांग्लादेश के खिलाफ शतक जड़ दिया. इसके बाद कोहली ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.