प्रताप बाजवा ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि विधान सभा कार्यवाही के दौरान किए जा रहे टीवी के प्रसारण में सिर्फ सत्ता पक्ष के नेताओं को ही दिखाया जा रहा है लेकिन जब विपक्ष के नेता बोलते हैं तो उन्हे दिखाया ही नहीं जाता है। इसलिए बाजवा ने मांग की है कि समानता के संवैधानिक अधिकार के तहत सभी को प्रसारण में दिखाया जाना चाहिए।
पंजाब विधानसभा की कार्यवाही के प्रसारण के दौरान विपक्ष के नेताओं को नहीं दिखाए जाने के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। बाजवा ने अपनी याचिका में डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन को पक्ष बनाया है। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार समेत सभी पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बाजवा ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि विधान सभा कार्यवाही के दौरान किए जा रहे टीवी के प्रसारण में सिर्फ सत्ता पक्ष के नेताओं को ही दिखाया जा रहा है लेकिन जब विपक्ष के नेता बोलते हैं तो उन्हे दिखाया ही नहीं जाता है। इसलिए बाजवा ने मांग की है कि समानता के संवैधानिक अधिकार के तहत सभी को प्रसारण में दिखाया जाना चाहिए। पिछली सुनवाई पर हाई कोर्ट ने बाजवा के वकील को कहा था कि ये जानकारी दें कि यह प्रसारण कैसे किया जाता है उसकी जानकारी दी जाए। आज बाजवा के वकील ने इसके बारे में हाई कोर्ट को जानकारी दे दी है।