वैसे तो हमारी दुनिया में अलग-अलग मिजाज के शौकीनों की कोई कमी नहीं है लेकिन कई बार कुछ लोग मशहूर होने के चक्कर में सारी हदें तोड़ देते हैं. अब भारत की राजधानी में रहने वाले हर प्रकाश ऋषि को ही ले लीजिए. इस 74 वर्षीय बुजुर्ग शख्स के नाम 20 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं.
वह खुद को गिनीज ऋषि के नाम से पुकारता है. इतना ही नहीं उनकी पत्नी भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर हैं और उनके बच्चे भी उनका भरपूर साथ देते हैं.
पूरे शरीर पर गुदे हैं 366 देशों के झंडे…
एक तरफ जहां लोग एक टैटू बनवाने के दर्द को सहन नहीं कर पाते वहीं इस शख्स को देखने के बाद आपकी आंखें फंटी की फटी रह जाएंगी. बात यही तक रह जाती तो शायद ठीक ही कहा जाता लेकिन इस शख्स ने अपने सारे दांत निकलवा लिए हैं ताकि लगभग 500 पाइपों और 50 से अधिक जलती मोमबत्तियों को वह अपने मुंह में रख सके.
उनकी फैमिली भी इस मुहिम में उनके साथ है…
हम आपको बताते चलें कि ऋषि के नाम 20 गिनीज रिकॉर्ड हैं. वे पहली बार गिनीज बुक में साल 1990 में शामिल किए गए थे. उन्होंने उनके दो अन्य दोस्तों के साथ 1001 घंटोंतक स्कूटर की सवारी की थी. उनके नाम 39 सेकंड में टमाटर केचअप की एक बोतल पीने का भी रिकॉर्ड था जिसे बाद में जर्मनी एक व्यक्ति ने 32 सेकंड में पी कर तोड़ा था. वे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी कई बार शुमार किए जा चुके हैं. इतना ही नहीं, रिकॉर्ड बनाने की मुहिम में उनकी पत्नी भी शामिल हैं. उन्होंने दुनिया का सबसे छोटा वसीयतनामा लिखा है, All to Son.
वे बताते हैं कि लोग उन्हें सामान्य से विशेष मानते हैं. साथ ही वे कहते हैं कि आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपनी इच्छाशक्ति और संघर्ष के दम पर अपने नाम का डंका बजाना चाहते हैं. उनका परिवार उनकी उपलब्धियों पर गर्व करता है और वे अपनी फैमिली और कम्युनिटी को यह दिखलाना चाहते हैं कि वे एक प्रोफेशनल शख्स हैं.
देश के झंडों के साथ-साथ गुदवा रहे हैं मशहूर शख्सियतों के चेहरे…
वैसे तो उनके मशहूर होने के पीछे दुनिया के अलग-अलग देशों के झंडे और नक्शे (संख्या 500) के टैटू उनके शरीर पर गुदे होना उनकी मशहूरियत की प्रमुख वजह है, लेकिन इन दिनों वे देश-दुनिया की मशहूर हस्तियां जैसे नरेंद्र मोदी, बराक ओबामा, महारानी एलिजाबेथ, महात्मा गांधी और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सिपाहियों के टैटू उनके शरीर पर गुदवा रहे हैं.