मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राजधानी में कोरोना सैंपलिंग का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, लेकिन जांच में उतनी ही ज्यादा सुस्ती आती दिख रही है। इन दिनों सिविल, डफरिन व अन्य कई अस्पतालों के सैंपल की जांच बलरामपुर कर रहा है। हालत यह है कि बलरामपुर में भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट पांच दिनों बाद भी नहीं आई है। इससे मरीजों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। पांच- पांच दिनों तक रिपोर्ट नहीं आने से स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठ रहा है।
सिविल अस्पताल से 20 तारीख को भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट अभी तक नहीं आ सकी है। इस बारे में बलरामपुर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि क्षमता से दो गुना अधिक सैंपल भेजे जा रहे हैं । इसलिए रिपोर्ट में देरी हो रही है। उल्लेखनीय है कि सिविल अस्पताल करीब 200 सैंपल रोजाना बलरामपुर को भेज रहा है। इससे पहले सिविल के सभी सैंपल केजीएमयू भेज जा रहे थे। वहां से भी रिपोर्ट आने में तीन-चार दिनों का वक्त लग रहा था।
बलरामपुर प्रबंधन ने कहा कि क्षमता से ज्यादा भेजे जा रहे नमूने
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि हमारे यहां विभिन्न अस्पतालों से करीब 650 सैंपल रोजाना आ रहे हैं। हमारे अपने भी अस्पताल के नमूने की भी जांच करनी होती है। हमारी रोज की जांच क्षमता 450 है। जबकि नमूनों की संख्या लगभग इसकी दूनी हो रही है। अब हम सिविल को कहेंगे कि वह अपने सैंपल केजीएमयू ही भेजे।
जांच रिपोर्ट में देरी से घटी संक्रमितों की संख्या
विभिन्न कोविड अस्पतालों में कोरोना की जांच रिपोर्ट आने में देरी होने से रोजाना आने वाले संक्रमितों की संख्या भी घटने लगी है। तारीख नमूने पॉजिटिव मौत20(सितं) 8793 871 0621 9237 1037 1322 8949 969 1423 11925 825 1524 11754 659 14