राजधानी में बैंक ऑफ बड़ौदा की बड़ी लापरवाही सामने आई है। चौक के कोनेश्वर चौराहे पर स्थित बैंक के लॉकर में जमा करोड़ों रुपये का सोना चोरी हो गया है। इसके पीछे बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आ रही है। पीड़ित सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने चौक कोतवाली में बैंक प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। खास बात यह है कि चौक पुलिस को इस घटना की जानकारी 26 अक्टूबर को हुई थी। बावजूद इसके आठ नवंबर को पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज की गई। दो सप्ताह तक पुलिस मामले को दबाए रही।
सराय माली खान चौक निवासी अमित प्रकाश बहादुर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और वर्तमान में बेंगलुरु में रहते हैं। अमित प्रकाश के मुताबिक खुन खुन जी रोड चौक स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में उनका व पिता डॉ रविंद्र बहादुर और मां पुष्पा बहादुर का जॉइंट एकाउंट है। 30 अक्टूबर को डॉ रविंद्र पत्नी पुष्पा के साथ बैंक में लॉकर देखने गए थे। बुजुर्ग दंपति लॉकर इंचार्ज स्वाति के साथ लॉकर रूम में पहुंचे। अमित के मुताबिक स्वाति ने लॉकर में चाबी लगा कर उसे खोलने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुई। स्वाति ने जब चाबी बाहर निकाली तो लॉकर का दरवाजा अपने आप खुल गया। लॉकर के भीतर ही पूरा लॉक सिस्टम खुला पड़ा था और उसमें रखे सोने के सिक्के व जेवरात गायब थे। अमित का कहना है कि लॉकर में उनके माता-पिता, पत्नी, भाई, भाई की पत्नी व बच्चों समेत पूरे परिवार का पुश्तैनी सोना रखा हुआ था। पीड़ित का कहना है कि कुल जेवरात का वजन करीब दो किलोग्राम था, जो चोरी हो गया है।
23 अक्टूबर को बैंक से की थी शिकायत
पीड़ित परिवार ने 23 अक्टूबर को ही बैंक प्रबंधन से मामले की लिखित शिकायत की थी। प्रबंधन ने पीड़ितों को 26 अक्टूबर को बैंक आने के लिए कहा था। पीड़ित जब दोबारा बैंक पहुंचे थे तो प्रबंधन की ओर से उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। आरोप है कि बैंक प्रबंधन पीड़ितों से टालमटोल करने लगा। परेशान होकर अमित चौक कोतवाली पहुंचे और घटना की लिखित शिकायत की।
देर से दर्ज हुई एफआइआर
अमित ने 26 अक्टूबर को चौक कोतवाली में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की थी। हालांकि पुलिस छानबीन की बात कहकर टालमटोल करती रही। बाद में दबाव पड़ने पर पुलिस ने आठ नवंबर को अमित की रिपोर्ट दर्ज की। अमित ने बैंक प्रबंधन, उसके कर्मचारियों तथा लॉकर इंचार्ज स्वाति पर जेवर हड़पने का आरोप लगाया है। एसीपी चौक आइपी सिंह के मुताबिक पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ की गई है। सीसी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।