अगले छह महीने में आपके मोबाइल के वॉट्सऐप में जियोमार्ट का आइकन दिखना शुरू हो सकता है जिसके द्वारा आप तमाम तरह के सामान की ऑनलाइन शॉपिंग कर पाएंगे. रिलायंस रिटेल अपने ई-कॉमर्स ऐप जियोमार्ट को वॉट्सऐप में एम्बेड करने की तैयारी कर रही है.
इसके बाद भारत में WhatsApp के करीब 40 करोड़ यूजर किसी और साइट पर गये बिना अपने मैसेजिंग ऐप से शॉपिंग कर सकेंगे. बिजनेस न्यूजपेपर मिंट ने कुछ सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है.
इस एकीकरण के द्वारा जियोमार्ट पूरे देश में अपनी जगह बना पाएगा और यह फ्लिपकार्ट तथा एमेजॉन के लिए गंभीर चुनौती पैदा करेगा. मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस भारतीय रिटेल बाजार में अपना दबदबा कायम करना चाहती है.ऑफलाइन रिटेल में तो रिलायंस सबसे बड़ी खिलाड़ी बन चुकी है, लेकिन अब वह ऑनलाइन में भी बादशाहत हासिल करना चाहती है.
जियोमार्ट को पिछले साल मई में देश के 200 बड़े और छोटे शहरों में लॉन्च किया गया. इसके एक महीने पहले ही रिलायंस रिटेल ने WhatsApp के साथ एक डील की थी जिसके द्वारा उसने अपने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट की पहुंच बढ़ाने की योजना बनायी है. रिलायंस रिटेल इस प्लेटफॉर्म से गली-मुहल्लों के छोटे किराना दुकानदारों को भी जोड़ रही है. यानी लोग इसके द्वारा अपने मुहल्ले के किराना दुकान से भी सामान ऑर्डर कर पाएंगे.
पिछले साल अप्रैल में अमेरिका के फेसबुक इंक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी, यह सौदा 43,574 करोड़ रुपये में हुआ था. रिलायंस रिटेल के ई-कॉमर्स सेवा के द्वारा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से कारोबार किया जाएगा और इससे तमाम उत्पादकों, व्यापारियों, छोटे दुकानदारों, ब्रांड और उपभोक्ताओं को जोड़ा जाएगा.
कंपनी करीब दो साल से इस योजना पर काम कर रही थी. फिलहाल रिलायंस रिटेल द्वारा नेबरहुड स्टोर, सुपरमार्केट, हाइपर मार्केट आदि का संचालन किया जाता है.