रिलायंस जियो के नाम से टेलिकॉम कंपनियों के पसीने छूटने लगे है, सुबह के अखबार में जियो से जुड़ी एक खबर आपको जरूर मिल जाएगी, कुछ ही दिन पहले रिलायंस कंम्यूनिकेशन ने एयरसेल के साथ विलय कर लिया है जिसके बाद जो नई कंपनी बनी है वो अब टेलिकॉम की दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है। बीएसएनएल के साथ भी रिलायंस ने अपने जियो नेटर्वक को मजबूत करने के लिए कुछ दिनों पहले एक करार किया था।
आरकॉम में एयरसेल से पहले सिस्तेमा का भी विलय हो चुका है। अब कंपनी की असैट वैल्यूशन बढ़कर 65 हजार करोड़ रुपये हो चुकी है। इस विलय के बाद टेलिकॉम इंडस्ट्री में कई बदलाव होंगे लेकिन इसके साथ ही उपभोक्ताओं को भी कई फायदे मिलेंगे।
विलय के बाद जो नई कंपनी बनेगी उसका नाम मर्डेको होगा, साथ ही दोनो कंपनियो के ऊपर जो कर्ज है वो भी कम होगा। करार के बाद आरकॉम का कर्ज 20 हजार करोड़ रुपए घटेगा वही दूसरी ओंर एयरसेल का कर्ज 4000 करोड़ रुपए तक घट जाएगा।
डील के बाद एयरसेल और जियो दोनों के नेट पैक सस्ते होंगे साथ ही एयरसेल और जियो दोनों के ग्रहको को अच्छी इंटरनेट स्पीड भी मिलेगी। इसके अलावा एयरसेल के उपभोक्ताओं को 4जी की सुविधा भी मिलेगी जो पहले नहीं थी। डील के बाद बनी नई कंपनी मर्डेको में रिलायंस और एयरसेल की 50-50 फीसरी हिस्सेदारी होगी साथ ही दोनों के बार्ड मेंबर भी बराबर होंगे।
नई डील के बाद बनी कंपनी टेलिकॉम सेक्टर में चौथे नंबर पर काबिज हो चुकी है यानी तीसरे नंबर की कुर्सी पर अब सभी की नजरे हैं, जिसमें इस समय 17 प्रतिशत शेयर के साथ आईडिया का कब्जा है। आकड़ो के मुताबिक आइडिया के पास 17.5 करोड़ सब्सक्राइबर्स है वहीं रिलायंस कम्यूनिकेशन के पास 11 करोड़ सब्सक्राइबर है। 25.1 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ एयरटेल भारत में नंबर 1 पर काबिज है। जबकि एयरसेल के पास 8.4 करोड़ सब्सक्राइबर्स है