बुधवार 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लखनऊ पहुंचे थे| हालाँकि पिछले काफी समय से ही खबरे थीं कि पीएम मोदी के इस दौरे पर उन्हें जान का ख़तरा हो सकता है लेकिन इस तरह की किसी भी ख़बर से पीएम मोदी रुके नहीं वो निर्धारित समय पर लखनऊ पहुंचे भी और बच्चों के बड़ों के साथ योग भी किया| यहाँ सबसे अचरज करने वाली बात ये भी थी कि योगा शिविर के दौरान लखनऊ में झमाझम बारिश भी हो रही थी लेकिन वो भी पीएम मोदी को इनके इरादों से रोक नहीं पाई|अभी-अभी: पाकिस्तान से हार के बाद सदमे में आकर इस मशहूर क्रिकेटर ने लगाई फांसी, क्रिकेट जगत संग पुरे देश में शौक की लहर..
बारिश में भी पीएम मोदी बच्चों के साथ योगा करते नज़र आये| हालाँकि पीएम मोदी के इसी दौरे के दौरान एक हैरान करने वाली बात उस समय सामने आई जब पीएम मोदी ने राजभवन में तैनात एक दरोगा को ख़ास तौर पर अपने पास बुलाया और उनसे हाथ मिलाया| इस अद्भुत नज़ारे की तस्वीर अपने यकीनन देखी होगी लेकिन इसकी सच्चाई आपके हमारे सोच से काफी परे है|
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्या कारण था जिसके चलते पीएम मोदी ने राजभवन में तैनात सब-इंस्पेक्टर (दारोगा) कुलदीप सिंह को बुलाया और उनसे हाथ मिलाया| तो दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सब-इंस्पेक्टर (दारोगा) कुलदीप सिंह को उनकी योग पर लिखी कविताओं पर बधाई देने के लिए ये सब किया था| हम आपको बता दें कि इतना ही नहीं कुलदीप सिंह लखनऊ के पहले सब-इंस्पेक्टर हैं, जिन्होंने पीएम मोदी से हाथ मिलाया| प्रधानमंत्री ने उनके द्वारा योग पर लिखी कविता की खूब तारीफ भी की| कुलदीप सिंह ने योग के फायदों को गिनाते हुए एक कविता लिखी थी| इस कविता की शुरुआत वे पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए करते हैं|
इस कविता में उन्होंने पीएम मोदी को योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और इसे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर स्थापित कराने के लिए धन्यवाद भी दिया है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुलदीप की इस कविता से इतने प्रभावित हुए कि राजभवन में तैनात एसआई को उन्होंने खुद बुलाकर उनकी तारीफ की| कुलदीप ने बताया कि दरअसल उन्होंने एक कविता लिखी थी, जिसे उन्होंने गवर्नर रामनाईक को दिखाई| गवर्नर को वो कविता बहुत पसंद आई तो उन्होंने उसे फ्रेम करा लिया| सोमवार को जब सीडीआरआई और एकेटीयू में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद पीएम राजभवन पहुंचे तो राज्यपाल ने उन्हें यह कविता दिखाई| जिसके बाद पीएम ने मुझसे हाथ मिलाकर कविता की तारीफ की|