कर्ज से तंग आकर मध्यप्रदेश के गुना जिले के एक किसान ने कीटनाशक खाकर जान दे दी. पुलिस के मुताबिक मृतक किसान के परिजनों ने बताया है कि जिले के बमौरी क्षेत्र के मंडीखेडा गांव के किसान नागजी भील ने अपनी जमीन को गिरवी रख कर साहूकार से 40,000 रुपए का ऋण लिया था. साहूकार ने किसान से उसकी जमीन के कागजात वापस करने के बदले में उससे ब्याज समेत 70,000 रुपए की मांग की थी.
कर्ज न लौटा पाने से किसान परेशान था और शुक्रवार को उसने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक गुना जिले के कलेक्टर भास्कर लक्षकार ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं, साथ ही जिला प्रशासन ने किसान के परिजनों को 15,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी है. उल्लेखनीय है कि, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हाल ही में चुनी गई कांग्रेस की सरकारों ने कर्ज माफी की घोषणा की है.
आपको बता दें कि इससे पहले खंडवा में भी एक किसान ने आत्महत्या की थी. पंधाना विधानसभा क्षेत्र के अस्तरिया गांव के निवासी किसान के परिजनों ने आरोप लगाया था कि सरकार की कर्ज माफी के आदेश के बाद भी किसान उसके दायरे में नहीं आ सका था, क्योंकि राज्य सरकार ने 31 मार्च 2018 तक का कर्जा माफ करने का ऐलान किया है. जबकि मृतक किसान पर इस तारीख के बाद का राष्ट्रीयकृत और सहकारी बैंकों का लगभग तीन लाख रुपए का कर्ज था.