साल 1578 के दौरान रोम की सड़क के नीचे कुछ रहस्यमयी कब्रों की खोज हुई थी। इसी दौरान इन कंकालों को कब्रों से बाहर निकाला गया था।
कहानियों के मुताबिक ये कब्र उन लोगों की थीं, जो बहादुरी और ईसाई मान्यताओं के अटूट समर्थन की वजह से संत माने गए। इन कब्र और कंकालों को ‘द कैटाकोम्ब संत’ कहा गया।
इस संतों के कंकालों को पूरे यूरोप में बांटा गया। इन्हें खासकर उन चर्चों में भेजा गया, जहां सुधारवादी आंदोलन के दौरान पवित्र चीज़ों को नुकसान पहुंचाया या चोरी कर लिया गया था।
यूरोपियन चर्चों में इन कंकालों को कीमती जेवरात और कपड़ों से लादकर रखा गया है। इससे ये संदेश देने की कोशिश की गई कि पैसा और अमीरी मौत के बाद भी उनका इंतजार कर रही है।
पॉल कॉन्डोनरीज पुरातात्विक अवशेषों पर रिसर्च करने वाले एक शख़्स हैं, जिन्होंने पूरे यूरोप में घूमकर इनके बारे में जानकारी इकट्ठा की। उनके मुताबिक अभी ऐसे बहुत अधिक कंकाल संरक्षित हैं, जिन्हें गहनों और कपड़ों से सजाना बाकी रह गया है।