दरभंगा: बिहार में दरभंगा के भदावन गांव में एक चौक का नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखे जाने को लेकर भाजपा कार्यकर्ता के पिता की हत्या का मामला सामने आया है. सदर थाने के अंतर्गत बीती रात हुई इस वारदात के बाद मृतक के पुत्र को भी जख्मी कर दिया गया. हालांकि पुलिस ने 65 वर्षीय रामचंद्र यादव की हत्या आपसी रंजिश के तहत किए जाने का दावा किया है.
इस हमले में घायल मृतक के पुत्र और भाजपा कार्यकर्ता कमलेश यादव को इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि दो साल पहले उक्त चौक का नाम पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया था, जिसका शुक्रवार को स्थानीय राजद समर्थकों ने विरोध करते हुए नामकरण पट्टिका हटाने की कोशिश की. उन्होंने आरोप लगाया कि राजद समर्थकों ने हाल ही में संपन्न उपचुनाव के दौरान एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुई जीत के मद्देनजर इस चौक का नाम पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के नाम पर रखने की कोशिश की.
कमलेश ने कहा कि उनके द्वारा इसका विरोध करने पर वह उस समय वहां से चले गए. उसके बाद देर रात 20 से 25 की संख्या में बाइक सवार उनके घर पहुंचे राजद समर्थकों ने उनके पिता और उनपर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. अपर पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद ने बताया ‘हमलावरों की कमलेश और उनके परिवार के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी थी. हमें चौक के नाम पर किसी विवाद की सूचना नहीं मिली है, फिर भी हर मामले में जांच की जा रही है.’
जिले के स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी इस वारदात के खिलाफ आज दरभंगा शहर में विरोध प्रदर्शन कर सड़क को करीब एक घंटे तक जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने बाद में दोषी लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद विरोध प्रदर्शन बंद किया. इस बीच भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाएं राजद के गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार में विश्वास को प्रदर्शित करती है. राजद इस उपचुनाव में अपनी दोनों सीटों पर फिर से जीत हासिल करने में कामयाब रही, जिसके जरिए वह बिहार की जनता के मन में अपनी दहशत फिर से कायम करना चाहती है.