श्रीलंका के खिलाफ पहले वन-डे के बाद टीम इंडिया की आंखें खुल गई हैं। मेजबान टीम को धर्मशाला में रविवार को पहले वन-डे में सात विकेट की करारी शिकस्त झेलना पड़ी। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की और एक समय उसका स्कोर 7 विकेट पर 29 रन था। फिर पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने एक छोर पर डटकर श्रीलंकाई गेंदबाजों का सामना किया और टीम इंडिया को 100 रन के पार लगाया। धोनी ने 87 गेंदों में 10 चौको और दो छक्को की मदद से 65 रन की पारी खेली।
टीम इंडिया की पारी 112 रन पर सिमटी, जिसका पीछा करते हुए श्रीलंका ने 20.4 ओवर में तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। टीम इंडिया की पहली बार कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा ने मैच के बाद धोनी के आलोचकों पर निशाना साधा।
रोहित ने कहा, ‘पहली बात तो मुझे कभी ये समझ नहीं आया कि मैच से पहले धोनी हमारी योजनाओं में है या नहीं! इस पर सवाल-जवाब क्यों होते हैं। एक बार अगर वो रन बना दे तो पूरी बातचीत का दौर बदल जाता है।’ उन्होंने कहा कि एमएस धोनी हमारी टीम के स्तंभ हैं और उनकी भूमिका बदलेगी नहीं।
‘हिटमैन’ ने कहा, ‘धोनी ने कई सालों से टीम को मुश्किल परिस्थितियों से उबारा है और उन्हें पता है कि ऐसी स्थिति में कैसी बल्लेबाजी करना है। अगर धर्मशाला वन-डे में उनके साथ कोई टिकता तो स्कोर में बड़ा फर्क देखने को मिलता, लेकिन वो अकेले डटे रहे और टीम को शर्मनाक स्कोर पर ऑलआउट होने से बचाया।’
शर्मा के मुताबिक श्रीलंका के खिलाफ पहले वन-डे की हार से टीम इंडिया की आंखें खुली हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो मुकाबलों में टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी।