बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान की कड़ी आलोचना की है कि हमने देश को बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया है. मायावती का कहना है कि देश को बोलने वाला नहीं, बल्कि काम करके दिखाने वाले प्रधानमंत्री की जरूरत है, ताकि महंगाई बेरोजगारी गरीबी से निजात मिल सके. मायावती ने कहा कि काम करने वाला पीएम हो ताकि बदतर शिक्षा स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था की जो बुरी हालत है, उससे मुक्ति मिल सके.
मायावती ने अमित शाह के यूपी दौरे पर दिए बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला मौका है, जब देश का प्रधानमंत्री सिर्फ अपनी ही बात रखने में विश्वास रखता है. मायावती ने आरोप लगाया कि इसके लिए सरकारी तंत्रों का भी दुरुपयोग किया जाता है. मायावती ने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास हो रहा है.
मायावती ने अमित शाह को जवाब देते हुए कहा है कि क्या केवल बोलने वाला प्रधानमंत्री देश के गरीबों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की समस्या का समाधान कर सकता है? मायावती का कहना है कि ज्यादा बोलने वाला प्रधानमंत्री गरीब, मजदूर, किसान और छोटे व्यापारी की जिंदगी बेहतर करने की बजाय उनके जीवन को और नरक बना रहा है.
दिल्ली में दिए एक बयान में मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी सरकार ने भी जनता की भलाई के लिए कुछ नहीं किया. सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. अपराधियों को बढ़ावा मिल रहा है.
आपको बता दें कि अमेठी दौरे पर भाषण देते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि मोदी सरकार तीन साल में युवाओं, महिलाओं, आदिवासियों, गरीबों के लिए 106 से ज्यादा योजनाएं लाई. इसके बाद अमित शाह ने योजनाओं को पढ़ना शुरू कर दिया. शाह ने कहा कि लगता है कि राहुल बाबा को 106 की गिनती नहीं आती है, इसलिए वह सवाल पूछते हैं. राहुल पूछते हैं कि हमने क्या काम किया तो हम बता रहे हैं कि राहुल बाबा हमने सबसे पहले बोलने वाला पीएम देने का काम किया.