मशहूर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी हमेशा से चर्चा में रहें हैँ। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ लेकिन इस बार क्रिकेट की वजह से चर्चा में नही है बल्कि वजह कुछ और है। आधार का प्रचार करने में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और इसी विभाग के मंत्री रविशंकर प्रसाद से बड़ी गलती हो गई। इस पर एमएस धोनी की पत्नी साक्षी धोनी ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद से ट्विटर के माध्यम से सवाल किए हैं और साथ ही साक्षी ने आईटी मिनिस्ट्री पर धोनी के आधार से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप लगाया है।
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जानिए आखिर मामला क्या था-
आपको बता दे कि केंद्र सरकार की योजना के तहत देश के हर नागरिक को आधार से जोड़ने की पर कार्य कर रही है। इसमें लोगों को जोड़ने के लिए बड़े स्तर पर प्रचार किया जा रहा था। इसके तहत मंगलवार को आईटी मिनिस्ट्री के लोग महेंद्र सिंह धोनी के घर पर जाकर उनके आधार के लिए डिटेल जुटा रहे थे। धोनी के जरिए आधार के प्रचार के लिए आईटी मिनिस्ट्री से जुड़े एक ट्विटर हैंडल से पूरी प्रकिया की तस्वीरें ट्वीट की गई। इस ट्वीट में महेंद्र सिंह द्वारा भरे गए फार्म को भी गलती से सार्वजनिक कर दिया गया।
इस पर गौर फरमाते हुए धोनी की पत्नी साक्षी ने रविशंकर प्रसाद को ट्वीट करते हुए पूछा कि प्राइवेसी नाम की कोई चीज है या नहीं? साक्षी की शिकायत से रविशंकर प्रसाद ने तुरंत जवाब दिया कि नहीं, यह कोई सार्वजनिक संपत्ति नहीं है। क्या यह ट्वीट किसी भी व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा करता है? जिस पर साक्षी ने कहा कि फॉर्म में भरी जानकारी सार्वजनिक हो गई हैं।
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बता दे कि आधार की सुरक्षा और इससे जुड़े मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हो रही है। इसके अलावा कुछ लोग आधार के जरिए प्राइवेसी को खतरा भी बता रहे हैं। फिर केंद्र सरकार ने बताया कि जरुरी नही है कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोग आधार कार्ड ही नही बल्कि अन्य पहचान पत्र भी उपयोग कर सकते हैं।
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