बाजपुर : क्षेत्र में कुसमखेड़ा हल्द्वानी निवासी एक किशोरी ने इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसकी किसी युवक से प्रेम प्रसंग की बातें उड़ रही थीं। मरने से पहले किशोरी ने अपने पिता को पत्र लिखा, जिसे पढ़कर आप भी रोने लगेंगे। आइए पढ़ते हैं खत।
प्यारे पापा
पापा जब तक आपको मेरा यह आखरी खत मिलेगा तब तक मैं हमेशा के लिए जा चुकी होंगी। आपसे दूर, इस समाज से दूर। उससे पहले आपके लिए खत छोड़ कर जा रही हूं। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे आप जैसे पिता मिले। बचपन से लेकर आज तक आपने हर धूप-छांव स बचाया है मुझे।
आपकी गोद में मेरा सुनहरा बचपन बीता। घर में सबसे बड़ी हूं तो जिम्मेदारी भी बड़ी है। तीन साल पहले जब मां गुजरी तो आपने ही हम सबको हिम्मत बंधाई थी। हमें पालने के लिए आपने जी-तोड़ मेहनत की। होटल में रात-रात काम किया। बिन मां के बच्चे पालना कितना मुश्किल होता है, इस बात का अंदाजा है मुझे।
इसलिए तो भाई-बहनों को संभालने में आपकी मदद करती थी, लेकिन अब मैं अपनी जिंदगी खत्म कर रही हूं। पापा ऐसा नहीं है कि मैं जीना नहीं चाहती। अभी तो ठीक से जिंदगी को समझा भी नहीं है। सिर्फ इसलिए कि मेरा एक लड़के से प्रेम प्रसंग चल रहा है। आपके ही होटल में काम करता है। बात भी होती है उससे। पापा, आपने कभी कुछ नहीं कहा मुझे, लेकिन समाज में आपकी बदनामी न हो इसलिए छोड़ कर जा रही हूं ये दुनिया। बेटी का कहीं बाहर-उठना बैठना होता तो मां-बाप का जीना मुश्किल कर देता है समाज।
लोग आपको भी ताने मारते हैं। आपने मुझे समझाया भी था। मैंने भी इस बारे में बहुत सोचा भी। कोई दुसरा रास्ता नहीं निकला तो यह कदम उठाना पड़ा। मेरे जाने के बाद आप पर अतिरिक्त दबाव आ जाएगा। आप नौकरी करोगे या छोटा भाइयों को संभालोगे। ऐसे वक्त आपको छोड़कर जा रही हूं जब आपको मेरी सबसे अधिक जरूरत है। कंधे से कंधा मिलाकर एक बेटे की कमी पूरी कर सकती थी मैं। हो सके तो क्षमा करना।