आगरा. यूपी के आगरा में पति की बहादुरी ने एक महिला की जिंदगी रेडलाइट एरिया में बर्बाद होने से बचा ली, लेकिन आगे की कार्रवाई के लिए वो दरदर भटकने को मजबूर है। गुनहगारों को सजा दिलाने के लिए वो पुलिस थाने के चक्कर लगा रहा है।
क्या है मामला
– थाना सिकन्दरा क्षेत्र निवासी अजय काल्पनिक की पत्नी मोहिनी काल्पनिक बीते 24 सितंबर को भाई को देखने फिरोजाबाद गई थी।
– 26 सितंबर को लौटते वक्त इटावा बाबरपुर निवासी संजय रवि और फिरोजाबाद की प्रीति ने उसे नशीला पदार्थ खिला कर बेहोश कर दिया और आगरा के रेड लाइट एरिया में एक कोठे पर बेच दिया।
– मोहिनी पर दबाव बनाने के लिए उसके बेटे को भी किडनैप किया गया।
– पत्नी के घर न लौटने पर जब पति अजय ने उसकी खोजबीन शुरू की तो उसे रेडलाइट एरिया वाली बात पता चली।
– अजय ने बताया, “मैं मदद मांगने के लिए छत्ता थाने गया था। वहां तहरीर सुनने के बाद उन्होंने मुझे कोतवाली भेज दिया, वहां भी मुझे कोई मदद नहीं मिली।”
– “मैंने परेशान होकर हिन्दू जागरण मंच के अविनाश राणा से संपर्क किया। उन्होंने तुरंत एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह से बात करवाई। एसपी सिटी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सीओ छत्ता को आदेश किया। कुछ ही देर में मेरी पत्नी को कोठे से छुड़ा लिया गया।”
छापे से पहले ही अलर्ट हो गए थे कोठेवाले
– 15 दिन पहले ही सीओ छत्ता ने इस रेडलाइट एरिया में छापा मारकर एक युवती और दो अन्य को गिरफ्तार किया था। पकड़ी गई युवती द्वारा जबरन बेचे जाने के आरोप लगाए जाने पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
– सीओ छत्ता संजय जायसवाल ने कबूल किया था कि उस एरिया में रेड मारने की खबर पहले ही लीक हो गई थी, जिससे वे लोग अलर्ट हो गए थे।
– रेड के तुरंत बाद पुलिस के जाते ही कोठे पहले की तरह गुलजार नजर आए थे। इस सम्बंध में थाना छत्ता पर हिंदूवादियों ने हंगामा भी किया।
– सीओ छत्ता संजय के मुताबिक उन्होंने पीड़ित की तहरीर पर छापा मारकर एक महिला को मुक्त कराया है। तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा लिख कर उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।