केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि आने वाले समय में देश के अलग-अलग क्षेत्रों में हजारों की संख्या में स्वस्थ्य परिचर्या केंद्र स्थापित किये जायेंगे जिससे न केवल देश-विदेश के पर्यटकों को लाभ होगा बल्कि “वेलनेस टूरिज्म” को बढ़ावा मिलेगा. पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘यह बजट भारत में वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने वाला है. उन्होंने कहा कि इस श्रेणी के पर्यटन के लिए भारत सबसे पसंदीदा जगह है क्योंकि हमारे पास पहले से ही योग, आयुष है लेकिन स्वस्थ्य परिचर्या केंद्र (वेलनेस सेंटर) की कमी थी.’’
उन्होंने कहा कि अब हजारों की संख्या में वेलेनेस सेंटर बनाने की बात कही गई है, इससे बड़े परिणाम आएंगे और वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेलनेस पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वेलनेस टूरिज्म के तहत 25 हजार वेलनेस सेंटर स्थापित करने की कल्पना की गई है.
पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने कहा कि पर्यटन के लिए संपर्क सुविधा की जरूरत होती है और जितने भी राजमार्ग बनाने की घोषणा की गई है, वह उनको पर्यटन हाईवे मानते हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटन के लिए सबसे महत्वपूर्ण आधाराभूत ढांचा होगा है, चाहे सड़क नेटवर्क हो, रेल नेटवर्क हो या फिर वायु सम्पर्क हो या द्वितीय और तृतीय श्रेणी के नगरों को जोड़ने की बात हो. प्रहलाद पटेल ने कहा, ‘‘ये राजमार्ग निश्चित रूप से पर्यटकों को लुभाएंगे और रोजगार के नए अवसर प्रदान करेंगे.’’
उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में हमारी दो योजनाएं ‘प्रसाद और स्वदेश दर्शन’ को बल दिया गया है. इसके अलावा विशिष्ट पर्यटक स्थल ‘आइकोनिक साइट योजना’ को इस बजट में स्थान मिला है, जो बड़ी परियोजना है. मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन अगले वित्त वर्ष में होने जा रहा है, जिसके लिए 77.78 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है. उन्होंने कहा कि देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने जा रहा है और बजट में वर्षगांठ और शताब्दी और योजना के लिए 144.64 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है.