मशहूर भारतीय-अमेरिकी मृदा वैज्ञानिक रतन लाल को विश्व खाद्य पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है. लाल को 250,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार मिलेगा. यह घोषणा गुरुवार को की गई है. रतन लाल को यह सम्मान, अभिनव मृदा संरक्षण तकनीकों पर पिछले पांच दशक से कर रहे प्रयास को लेकर दिया गया है.
रतन लाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘मुझे दुनिया भर के किसानों के लिए काम करने का विशेष अवसर और सम्मान मिला, इसके लिए मैं कृतज्ञ हूं. 2020 के विश्व खाद्य पुरस्कार प्राप्त करने की असीम खुशी और उत्साह है.’
उन्होंने कहा, ‘फिर भी, मानवता को खिलाने का गंभीर दायित्व तब तक पूरा नहीं होता है जब तक हर व्यक्ति को स्वस्थ धरती पर और स्वच्छ वातावरण में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन उपलब्ध नहीं हो.’
जाहिर है अमेरिकी संस्था वर्ल्ड फूड प्राइज फाउंडेशन यह पुरस्कार 1987 से ही दे रहा है. पुरस्कार देते हुए रतन लाल की प्रशंसा में कहा गया कि उन्होंने चार महाद्वीपों के विकास में अपना योगदान दिया. ये उनकी तकनीक का ही नतीजा है कि आज 50 करोड़ से अधिक छोटे किसान अपनी आजीविका को सुधारने में कामयाब हुए हैं. जबकि दो अरब से अधिक लोगों के आहार और पोषण की पक्की व्यवस्था करने के प्रयासों में भी काफी सकारात्मक बदलाव हुआ है.
रतन लाल, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने वाले खाद्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए मृदा-केंद्रित आइडिया तैयार करते हैं.
बता दें, लाल ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी (ओएसयू) में कार्बन प्रबंधन और सिक्वेस्ट्रेशन सेन्टर के संस्थापक निदेशक हैं.