ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आवास एवं कार्यालय, डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री (जॉनसन) ने आज प्रधानमंत्री मोदी से बात की। उन्होंने कोरोनावायरस के प्रसार पर चर्चा की और वायरस के प्रसार से निपटने के लिए जरूरी समन्वित अंतरराष्ट्रीय कोशिशों के महत्व पर जोर दिया।’ नयी दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने नये दशक में भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने की इच्छा जताR।
पीएमओ ने बयान में कहा, ‘दोनों नेता इस बारे में सहमत हुए कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विस्तृत खाका तैयार करना उपयोगी होगा।’ प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन की स्वास्थ्य मंत्री एन. डोरिस के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की खबर पर चिंता जताई और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर संतोष जताया।
भारत ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने की कोशिश के तहत 15 अप्रैल तक ज्यादातर यात्रा वीजा रद्द कर दिए हैं। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। ब्रिटेन ने इसे नियंत्रण में रखने के चरण से आगे बढ़ते हुए इसके प्रसार को रोकने की तैयारियों करने की ओर कदम बढ़ाए हैं। दरअसल, इस अगले चरण का लक्ष्य गर्मियों के मौसम का इंतजार करना है। इसके लिए स्कूल और कॉलेज बंद रखने जैसे उपाय किए जा सकते हैं।
डाउननिंग स्ट्रीट ने कहा कि दोनों नेताओं ने महामारी से निपटने के उपायों के अलावा व्यापार सहित सभी क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन सहयोग मजबूत करने के बारे में भी चर्चा की। प्रवक्ता ने कहा, ‘…प्रधानमंत्री (जॉनसन) और प्रधानमंत्री मोदी ने व्यापार, सांस्कृतिक संबंध, रक्षा और प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।’
दोनों नेताओं के बीच इस कॉल के दौरान जलवायु परिवर्तन से पैदा हुई चुनौती सहित अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई। जॉनसन ने नवीकरणी स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत की कोशिशों का स्वागत किया। डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उठाया, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत किया और पेरिस समझौते पर महत्वाकांक्षी योजना पर आगे बढ़ने का अनुरोध किया।’